असम के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेश्रण करने और मोरिगांव जिले में पीड़ितों से मुलाकात के बाद राजनाथ सिंह ने कहा, 'हालात भयावह हैं।' उधर सेना ने ट्वीट किया है 'बिहार और असम में जमीनी स्तर पर राहत-बचाव कार्य के लिए सेना की नौ आर्मी टुकड़ियों को तैनात किया गया है और दो हजार से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया है।'
बिहार के 10 जिलों पुर्णिया, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार, सहरसा, सुपौल और गोपालगंज के 25 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। कदवा विधानसभा से विधायक और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव डॉ.शकील अहमद खान ने बताया कि अब दिक्कत यह है कि बाढ़ के बाद पनपने वाली बीमारियों से बहुत लोग प्रभावित होंगे। फिलहाल राहत कार्य जारी है और बड़ी तादाद में मोमबत्तियां, बिस्किट और सूख राशन चाहिए। इसके अलावा डायरिया की दवाएं भी।
असम भीषण बाढ़ की चपेट में है। राज्य के 22 जिलों में कम के कम 18 लाख लोग बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं। 3300 से ज्यादा गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। असम की बाढ में लखीमपुर, गोलाघाट, जोरहाट, बोंगेगांव, देमाजी, बारपेटा, गौलपारा, धुबरी, डर्रांग, मोरिगांव, सोनितपुर, नलबारी, सिवसागर, कोकराझार, डिब्रुगढ़, तिनसुकिया, बिस्वनाथ, कमरूप मेट्रोपोलिटन, चिरांग, नगांव, कामरूप और दक्षिण कामरूप जिले बुरी तरह प्रभावित हैं।