जी हां... बिहार में कुदरत के इस कहर से एक ओर जहां मरने वालों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। वहीं, दूसरी ओर पुलिस की मौजूदगी में लाशों को नदी में फेंकने का सिलसिला जारी है। पुलिस की इस हरकत ने मानवीय मूल्यों को झकझोर कर रख दिया है। जोगबनी में एक ट्रैक्टर पर लाशों को लादकर मीरगंज पुल से नदी में बहाया जा रहा है। सबसे हैरानी की बात ये है कि यह कारनामा पुलिस की मौजूदगी में हो रहा है।
इस मामले को लेकर जर्नलिस्ट अलका सक्सेना ने अपने ट्विटर अकाउंट पर हिंदुस्तान की एक खबर शेयर करते हुए लिखा, नीतीश जी, आपके बिहार में पुलिस के सामने बाढ़ में फेंके जा रहे हैं शव! लाशों को मीरगंज पुल से नदी में बहाया जा रहा है।
नीतीश जी, आपके बिहार में पुलिस के सामने बाढ़ में फेंके जारहे हैं शव! लाशों को मीरगंज पुल से नदी में बहाया जा रहा है https://t.co/LJM0p0QfXE
— alka saxena (@AlkaSaxena_) August 17, 2017
जर्नलिस्ट अलका सक्सेना द्वारा शेयर की गई खबर में बताया गया है कि शवों को नदी में फेंके जाने के मामले में पुलिस से पूछने पर वह इसे मानने को तैयार नहीं है, मगर तस्वीरें कभी झूठ नहीं बोलतीं। इस मामले में फारबिसगंज डीएसपी अजित कुमार सिंह ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने का सवाल ही पैदा नहीं होता। यह मामला सुर्खियों में है और जोगबनी पुलिस के कृत्य पर सवाल उठाया जा रहा है।
अबतक जोगबनी में आधिकारिक पुष्टि के तहत 17 लाशें मिल चुकी हैं, जिनमें से चार शव नेपाल के रहने वाले लोगों के बताए गए हैँ। फारबिसगंज की कुछ पंचायतों में तीन दिन पूर्व तक एक दर्जन लाशों की पुष्टि हुई थी। वहीं, घोड़ाघाट निवासी अशोक झा ने बसबिट्टी में कई लाशें होने की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। हालांकि इस मामले में अररिया के डीएम ने महज 20 मौतों की पुष्टि की है। डीएम हिमांशु शर्मा ने बताया कि अभी तक 20 मौतों की पुष्टि हुई है। और आंकड़ा लिया जा रहा है।