सांसद कोली ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि टोल गार्ड डंडा लेकर उनकी ओर दौड़े थे। भरतपुर जिले के सेवर थाना इलाके में स्थित लुधाबई टोल नाके पर घटित घटना की वायरल हुई फुटेज में प्रकरण के थोड़ी ही देर बाद पुलिस भी वहां पहुंचती दिखाई दे रही है। कोली ने कहा कि घटना गत 11 जुलाई को धरसोनी गांव में एक समर्थक के घर से उनके वापस भरतपुर लौटने के समय की है।
उन्होंने कहा कि टोल नाके के एक गेट से उनकी स्कॉर्पियो के निकलने के बाद आगे खड़े एक टोल गार्ड ने वाहन रोकने का इशारा किया और जैसे ही उनकी गाड़ी रुकी, एक गार्ड उनकी ओर डंडा लेकर दौड़ा। कोली ने कहा कि गार्ड ने उनके वाहन चालक का गिरेबान पकड़ लिया। इस पर वह खुद बाहर निकले और समर्थक से मारपीट कर रहे गार्ड को रोका।
सांसद ने कहा कि टोल नाके के गार्ड रोजाना वाहन चालकों से दुर्व्यवहार करते हैं। जब उनसे पूछा कि क्या उन्होंने गार्ड की पिटाई की थी, उन्होंने सीधा जवाब नहीं दिया और कहा कि बाद में राजीनामा हो जाने पर उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज नहीं कराया।
इधर, इस घटना को लेकर भरतपुर पुलिस अधीक्षक कैलाश चंद विश्नोई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भरत लाल मीणा, सेवर थानाधिकारी लक्खन खटाणा से कई बार उनके कार्यालय और मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया। कार्यालय में पदस्थापित कर्मचारी ने उनके बैठक में व्यस्त रहने की जानकारी दी और मोबाइल पर फोन करने पर कोई जवाब नहीं मिला। पुलिस सूत्रों ने कहा कि घटना के संबंध में फिलहाल मामला दर्ज नहीं हुआ है।