इसी महीने बिहार में शराबबंदी के दो साल पूरे हुए हैं। लेकिन, राज्य में अवैध तरीके से शराब की बिक्री धड़ल्ले से जारी है। आए दिन राज्य के किसी न किसी हिस्से से शराब पकड़े जाने की खबरें आती रहती हैं। लोग शराब के नशे में गिरफ्तार भी हो रहे हैं। इसी क्रम में भाजपा सांसद हरि मांझी के बेटे राहुल मांझी की गिरफ्तारी के बाद राज्य में शराबबंदी को लेकर पक्ष-विपक्ष के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है।
पुलिस ने बताया कि राहुल को उसके दोस्तों के साथ बोध गया के नीम गांव से गिरफ्तार किया गया। मेडिकल जांच में उसके शराब पीने की पुष्टि हुई है। राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने राहुल की गिरफ्तारी के बहाने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि पहले शराब की होम डिलीवरी होती थी और अब बेडरूम डिलीवरी होने लगी है।
उन्होंने कहा कि सरकार शराबबंदी का कानून लागू करने में विफल रही है। यदि एनडीए के नेताओं की जांच कराई जाए, तो उनके पास से शराब की बरामदगी होगी। वहीं, जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि शराबबंदी के कानून का ही असर है कि सांसद के बेटे भी शराब के नशे में पकड़े जाते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार किया जाता है।
यह पहला मौका नहीं है जब शराबबंदी को लेकर पर पक्ष और विपक्ष में इस तरह की तकरार देखने को मिली है। फरवरी में मुजफ्फरपुर में सड़क पार कर रहे नौ स्कूली बच्चों को तेज रफ्तार बोलेरो ने रौंदकर मार डाला था। इस गाड़ी पर एक भाजपा नेता का नेमप्लेट लगा हुआ था। आरोप है कि बोलेरो चालक नशे में था।