हाल में हो रहे चुनावों में अपने सामने एकजुट विपक्ष को देखते हुए भाजपा ने अब अपने रूठे हुए सहयोगियों को मनाने की कवायद शुरू कर दी है। संपर्क फॉर समर्थन अभियान के तहत बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अब शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से उनके निवास पर बुधवार को मुलाकात करेंगे।
दरअसल, अमित शाह की यह मुलाकात इसलिए भी बेहद अहम है, क्योंकि शिवसेना ने कहा है कि वह 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि अमित शाह नाराज ठाकरे को मनाने की कोशिश करेंगे। जानकारी के मुताबिक, इस मुलाकात में दोनों नेता 2019 चुनावों से पहले गठबंधन की संभावनाओं के बारे में चर्चा करेंगे।
शिवसेना बीजेपी का सबसे बड़ा राजनीतिक शत्रु: शिवसेना
पिछले काफी समय से दोनों पार्टियों के तनातनी बनी हुई है। उद्धव ठाकरे लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की बात कह चुके हैं। यहां तक कि सोमवार को ही शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को शिवसेना को बीजेपी का सबसे बड़ा राजनीतिक शत्रु बताया था।
उन्होंने यह भी कहा था कि देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी नहीं चाहिए, लेकिन देश कांग्रेस या जेडी(एस) नेता एचडी देवगौड़ा को स्वीकार कर सकता है। हालांकि, बीजेपी की ओर से शिवसेना के लिए दरवाजे कभी बंद नहीं किए गए।
हमारी इच्छा है कि शिवसेना बीजेपी के साथ ही रहे: शाह
अप्रैल में मुंबई में महारैली के बाद अमित शाह ने कहा था कि बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के बाद भी अपने सहयोगियों को अपने साथ रखा है। उन्होंने ठाकरे के लोकसभा चुनाव मे अकेले जाने के दावे की प्रतिक्रिया में कहा था कि शिवसेना सरकार में है और उनकी इच्छा है कि बीजेपी के साथ ही रहे।
2019 की तैयारियों को लेकर BJP का मेगा प्रचार अभियान
गौरतलब है कि मिशन 2019 की तैयारियों को लेकर इन दिनों भाजपा मेगा प्रचार अभियान चला रही है। 'संपर्क फॉर समर्थन' के नाम से चल रहे इस अभियान के तहत ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को योगगुरु रामदेव से मुलाकात की थी। इससे पहले अमित शाह ने पूर्व सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग, सुभाष कश्यप और पूर्व क्रिकेटर कपिल देव और उनकी पत्नी से उनके घर जाकर मुलाकात की थी।
क्या है संपर्क फॉर समर्थन
26 मई को मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर बीजेपी ने मेगा प्रचार अभियान 'समर्थन के लिए संपर्क' शुरू किया। इसके तहत पार्टी के चार हजार से अधिक नेता एक लाख लोगों से संपर्क करेंगे, जो अपने क्षेत्र में लोकप्रिय हैं ताकि अपने कार्यकाल के दौरान कार्यों का प्रसार कर सकें।
बीजेपी नेता इस अभियान के तहत देश की प्रख्यात हस्तियों को पार्टी और सरकार के कामकाज से अवगत कराएंगे। अकेले अमित शाह ही इस अभियान के तहत 50 बड़ी हस्तियों से मिलेंगे।