राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम और राष्ट्रीय आपदा राहत बल के कर्मी रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के रोहिणी क्षेत्र के प्रशांत विहार में सीआरपीएफ स्कूल के बाहर हुए विस्फोट स्थल पर पहुंचे, जहां आज सुबह जोरदार विस्फोट हुआ था।
दिल्ली पुलिस की जांच में मदद के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडो भी मौके पर मौजूद थे। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच की है और नमूने एकत्र किए हैं।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, स्कूल के पास हुए विस्फोट के कारणों के बारे में अभी तक कोई निर्णायक बयान नहीं दिया गया है तथा विशेष प्रकोष्ठ सहित अन्य अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ संजय त्यागी ने बताया कि आज सुबह प्रशांत विहार इलाके से जोरदार धमाके की सूचना मिली।
त्यागी ने कहा, "पुलिस टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची, जहां उन्हें दुर्गंध आई और स्कूल परिसर में टूटी हुई खिड़की के शीशे मिले। फोरेंसिक विभाग, अपराध टीम और विशेष प्रकोष्ठ के विशेषज्ञों के साथ वरिष्ठ अधिकारी जांच कर रहे हैं।"
पुलिस अधिकारी ने कहा, "कारण का पता लगाया जा रहा है... जांच पूरी होने तक कोई निर्णायक बयान देना सही नहीं होगा।"
फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के रोहिणी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) स्कूल के बाहर हुए विस्फोट में प्रयुक्त सामग्री देशी बम जैसी दिखती है, लेकिन पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही विवरण स्पष्ट हो सकेगा।
सूत्रों ने बताया कि फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम से अंतिम स्पष्टता मिलेगी। पुलिस ने पुष्टि की है कि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन आस-पास की दुकानों की खिड़कियों के शीशे टूटे हुए पाए गए और एक खड़ी कार क्षतिग्रस्त हो गई। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।
इससे पहले जारी आधिकारिक बयान में दिल्ली पुलिस ने कहा था, "आज सुबह 07:47 बजे एक पीसीआर कॉल मिली, जिसमें कॉलर ने बताया कि रोहिणी के सेक्टर 14 में सीआरपीएफ स्कूल के पास बहुत तेज आवाज के साथ धमाका हुआ है। एसएचओ और स्टाफ मौके पर पहुंचे, जहां स्कूल की दीवार क्षतिग्रस्त पाई गई और दुर्गंध आ रही थी। पास की दुकानों के शीशे और दुकान के पास खड़ी एक कार भी क्षतिग्रस्त पाई गई। सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ।"
दिल्ली में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और पुलिस ने दिवाली से पहले बाजारों में सुरक्षा बढ़ा दी है। इस बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति के लिए केंद्र शासित भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने कहा कि हालांकि भाजपा कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है, लेकिन उनका पिछला रिकॉर्ड कुछ और ही बताता है।
आतिशी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "दिल्ली में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी भाजपा की केंद्र सरकार की है। लेकिन भाजपा यह काम छोड़कर अपना सारा समय दिल्ली की चुनी हुई सरकार के काम में बाधा डालने में बिताती है। यही वजह है कि आज दिल्ली के हालात 1990 के दशक के मुंबई अंडरवर्ल्ड युग जैसे हो गए हैं।"
उन्होंने कहा, "शहर में खुलेआम गोलियां चल रही हैं, गुंडे पैसे वसूल रहे हैं और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। भाजपा के पास न तो काम करने की नीयत है और न ही क्षमता। अगर गलती से भी दिल्ली की जनता ने उन्हें दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी दे दी तो वे स्कूल, अस्पताल, बिजली और पानी की हालत वैसी ही कर देंगे जैसी आज दिल्ली में कानून-व्यवस्था की है।"