उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीटीसी परीक्षा में पर्चा लीक होने के मामले में एसटीएफ और पुलिस विभाग के अधिकारियों को दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि दोषी व्यक्तियों की पहचान करते हुए शीघ्र ही इनकी गिरफ्तारी की जाए और सम्पत्ति जब्त की जाए। पर्चा लीक के मामले में दोषी मिलने पर गिरोह के मुखिया के विरुद्ध एनएसए लगाए जाने की कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने बेसिक शिक्षा विभाग की भर्तियों और अन्य कार्रवाइयों की शु्क्रवार को समीक्षा की थी। शास्त्री भवन स्थित मीडिया सेण्टर मुख्य सचिव डॉ. अनूप चन्द्र पाण्डेय और अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा डॉ. प्रभात कुमार ने पत्रकारों को दी। मुख्य सचिव एवं अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में परीक्षाओं में पारदर्शिता और शुचिता बनाए रखने के दृष्टिगत यह निर्णय लिया गया है।
1 से 3 के बीच बीटीसी की निरस्त परीक्षाएं
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बीटीसी और टीईटी परीक्षाओं में सभी पात्र अभ्यर्थियों को शामिल करने और इन परीक्षाओं से किसी भी पात्र अभ्यर्थी के वंचित न होने के भी निर्देश दिए हैं। अब बीटीसी की निरस्त परीक्षाएं एक से तीन नवम्बर के बीच दुबारा कराई जाएगी।
अब टीईटी की परीक्षा 18 नवम्बर को, 10 दिसंबर को परिणाम
टीईटी की परीक्षा जो 4 नवम्बर को निर्धारित थी, अब यह परीक्षा 18 नवम्बर को होगी। इन दोनों परीक्षाओं का परिणाम 10 दिसम्बर तक घोषित किया जाएगा। बीटीसी की 2015 बैच के चौथे समेस्टर की परीक्षा आठ, नौ और 10 अक्टूबर को होनी थी, लेकिन पेपर आउट होने के कारण परीक्षा निरस्त कर दी गई थी।
परीक्षा पारदर्शितापूर्ण ढंग से कराए जाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में रिक्त 68,500 शिक्षकों की भर्ती परीक्षा पारदर्शितापूर्ण ढंग से कराए जाने के भी निर्देश दिए हैं। इसके मद्देनजर 11 से 25 दिसम्बर के बीच भर्ती परीक्षा के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराए जाएंगे। शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा छह जनवरी को होगी।