दिल्ली सरकार एक हजार कलस्टर बसें खरीदेगी जो खासतौर पर बाहरी दिल्ली के इलाकों में दौड़ेगी। दिल्ली के वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त तीर्थ यात्रा कराएगी। उभरती खेल प्रतिभाओं को आर्थिक सहायता दी जाएगी तथा आर्ट, कल्चर, डांस ट्रेनिंग के लिए स्कूलों के दरवाजे खोले जाएंगे।
यह चार अहम फैसले मंगलवार को दिल्ली कैबिनेट ने लिए। उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने एक प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी देते हुए बताया कि कैबिनेट ने एक हजार नई बसें खरीदने के टेंडर को मंजूरी दे दी है। यह बसें ज्यादातर बाहरी दिल्ली के लिए होंगी। इनमें रेवला खानपुर के लिए 100, द्वारका सेक्टर 22 के लिए 250, खड़खड़ी नाहर के लिए 120, बवाना सेक्टर-1 के लिए 90, रानी खेड़ा-1 के लिए 160, रानी खेड़ा-2 के लिए 140 और रानी खेड़ा-3 बस डिपो के लिए 140 बसें होंगी। ये सभी बसें नॉन एसी और स्टैंडर्ड फ्लोर की होंगी। यह अधिकतम आठ महीने के भीतर आ जाएंगी। इन बसोंके आ जाने के बाद दिल्ली खासककर विशेषकर बाहरी दिल्ली के लोगों को आने-जाने में काफी सहूलियत होगी।
वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त तीर्थ यात्रा का तोहफा
दिल्ली के 60 साल से ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त में विभिन्न तीर्थों की यात्रा कराई जाएगी। इस स्कीम के तहत तीन दिन और दो रात की यात्रा कराई जाएगी। अभी पांच रूट तय किये गये हैं। इनमें मथुरा-वृंदावन, हरिद्वार-ऋषिकेश-नीलकंठ, पुष्कर-अजमेर, अमृतसर-बाघा-आनंदपुर साहिब, वैष्णो देवी-जम्मू हैं। इन सभी रूट्स पर एक-एक एसी बस चलाई जाएगी। यात्रियों के रहने का खर्च और ब्रेक फास्ट, लंच, डिनर इत्यादि का खर्च भी सरकार खुद उठाएगी। इस स्कीम में प्रत्येक यात्री के लिए दो लाख रुपये का इंश्योरेंस भी शामिल होगा। दिल्ली की प्रत्येक विधानसभा में से हर साल 11 सौ लोगों को इस योजना का लाभ मिल सकेगा।
उभरती खेल प्रतिभाओं को आर्थिक सहायता
दिल्ली सरकार उभरती खेल प्रतिभाओं को आर्थिक सहायता देगी। इसके तहत स्कूलों में पढ़ने वाले अंडर 14 के बच्चों को दो लाख रुपये तक की राशि यात्रा, खाने-पीने वगैरा के लिए दी जाएगी जबकि एक लाख रुपये तक की राशि कोचिंग के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। इसी तरह अंडर 17 के बच्चों को तीन लाख रुपये तक की राशि यात्रा, खाने-पीने इत्यादि के लिए दी जाएगी जबकि एक लाख रुपये तक की राशि कोचिंग के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा इस स्कीम के तहत पांच लाख रुपये का मेडिकल और पांच लाख रुपये का एक्सीडेंटल इंश्योरेंस भी शामिल है। एक आकलन के मुताबिक अभी करीब दिल्ली में 600 बच्चे ऐसे हैं जिनको इस स्कीम का फायदा मिल सकेगा। यह संख्या अधिक भी हो सकती है। इन खिलाड़ियों के सलेक्शन, प्रकिया और फंडिंग तय करने के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी बनाई जाएगी। इस कमेटी में कई नामचीन और अंतरराष्ट्रीय स्तर के लोगों को रखा जाएगा। इस स्कीम में 14 खेलों को शामिल किया गया है।
आर्ट, कल्चर, डांस ट्रेनिंग के लिए खुलेंगे स्कूलों के दरवाजे
दिल्ली सरकार ने आर्ट, कल्चर, डांस, थियेटर, फाइन आर्ट, क्राफ्ट आदि की ट्रेनिंग देने वालों के लिए अपने सरकारी स्कूलों के दरवाजे खोलने का फैसला लिया है। निजी एकेडमी चलाने वाले, एनजीओ के जरिये ऐसी ट्रेनिंग देने वाले या निजी तौर पर ट्रेनिंग देने वाले लोग इसके लिए आवेदन कर सकेंगे। सरकार, साहित्य कला परिषद की मदद से कुल आए आवेदनों से एक क्राइटेरिया के तहत उनका चयन करेगी। इसके बाद उन्हें शाम के समय सरकारी स्कूलों की सुविधाओं इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाएगी। इस स्कीम के तहत ये लोग कुल जितने बच्चों को ट्रेनिंग देंगे उनमें से आधे सरकारी स्कूलों के होंगे जिन्हें मुफ्त ट्रेनिंग या कोचिंग देना होगा। बाकी अन्य बच्चों से यह अपने हिसाब से फीस ले सकेंगे।