गुजरात सरकार ने पटेलों को आरक्षण देने के आंदोलन के दौरान पाटीदार नेता हार्दिक पटेल पर से तिरंगे को अपमानित करने का केस वापस ले लिया है। राज्य सरकार से निर्देश मिलने के बाद राजकोट के कलेक्टर विक्रांत पांडेय ने केस वापस लिए जाने का आदेश जारी किया।
पांडेय ने बताया कि राज्य सरकार (गृह मंत्रालय) से निर्देश मिला था कि हार्दिक और पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के कार्यकर्ताओं पर से राजकोट जिले में दर्ज केस वापस ले लिए जाएं। उन्होंने बताया कि हार्दिक के खिलाफ जिले में सिर्फ एक एफआइआर दर्ज हुई थी। पांडेय के अनुसार आगे की प्रक्रिया कोर्ट में पूरी की जाएगी।
कलेक्टर ने बताया कि पीएएएस कार्यकर्ताओं पर दर्ज पांच अन्य केस भी वापस ले लिए गए हैं। 19 अक्टूबर 2015 को पीएएएस के संयोजक हार्दिक पटेल पर तिरंगे के अपमान का केस दर्ज हुआ था। पुलिस के अनुसार कांधेरी क्रिक्रेट स्टेडियम में उस दिन चल रहे भारत-दक्षिणअफ्रीका एक दिवसीय क्रिकेट मैच को बाधित करने के लिए जाने के दौरान पटेल तिरंगे पर कूदे थे। पुलिस के अनुसार स्टेडियम जाने के रास्ते में जब उन्हें रोका गया था तब कार से कूदते समय उनका पैर राष्ट्र ध्वज को छू गया था। हार्दिक रोके जाने पर मीडिया से बात करने के लिए कार से कूदे थे।