हरियाणा के करनाल में भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस द्वारा जम कर लाठियां चलाई गई। इस दौरान पुलिस ने कई किसानों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा भी। दर्जनों किसानों को गंभीर चोटें आई। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें करनाल एसडीएम आयुष सिन्हा विरोध कर रहे किसानों का सिर फोड़ने का फरमान सुनाते हुए कैमरे में कैद हो गए।
करनाल एसडीएम के वायरल वीडियो पर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अधिकारी के खिलाफ जरूर एक्शन लिया जाएगा। चौटाला ने कहा कि एक आईएएस अधिकारी द्वारा किसानों के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल निंदनीय है। निश्चित तौर पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि एक स्पष्टीकरण में, उन्होंने (करनाल एसडीएम आयुष सिन्हा) कहा कि वह पिछले दो दिनों में सोए नहीं हैं। वह शायद यह नहीं जानते कि किसान भी साल में 200 दिन सोते नहीं हैं। वीडियो वारयल हो जाने के बाद एसडीएम की भी प्रतिक्रिया सामने आ चुकी है। आयुष सिन्हा ने कहा कि कई जगहों पर पथराव शुरू हो गया था। ब्रीफिंग के दौरान आनुपातिक रूप से बल प्रयोग करने की बात कही गई थी।
वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने करनाल में प्रदर्शनकारी किसानों के ऊपर की गई पुलिस की कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आश्वासन दिया गया था लेकिन पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया और एक राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया गया।
बता दें कि शनिवार को बीजेपी की एक बैठक के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर करनाल की ओर बढ़ रहे किसानों के एक समूह पर कथित तौर पर पुलिस ने लाठियां बरसायीं जिससे लगभग 10 लोग घायल हो गए। बैठक के बाद शनिवार शाम करनाल में संवाददाताओं से बातचीत में सीएम खट्टर ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पहले सरकार को आश्वासन दिया था कि उनका प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहेगा। खट्टर ने कहा, ‘‘अगर उन्हें विरोध प्रदर्शन ही करना था तो उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से करना चाहिए था, इस पर किसी को आपत्ति नहीं होती। पहले उन्होंने शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आश्वासन दिया था, लेकिन अगर वे पुलिस पर पथराव करेंगे, राजमार्ग अवरुद्ध करेंगे तो पुलिस कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम तो उठाएगी।’’ करनाल में बीजेपी की बैठक का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यह पार्टी की राज्य स्तर की बैठक थी और ‘मैं किसान संगठनों द्वारा इसका विरोध करने के लिए किए गए आह्वान की निंदा करता हूं।’’