दस जून को हुए चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार डॉ.सुभाष चंद्रा से पराजित घोषित किए गए आरके आनंद ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में दस्तक दे राज्यसभा चुनाव रद्द करने की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें मतदान के दौरान साजिश रच के तहत चुनाव में हराया गया है। याचिका में कहा गया है कि एक साजिश के तहत चुनाव में उनके समर्थक विधायकों के वोट रद्द करा कर उन्हें हराया गया और डॉ. सुभाष चंद्रा को विजेता बनाया गया। इसलिए चुनाव रद्द कर दोबारा करवाए जाएं।
गौरतलब है कि दस जून को हरियाणा से राज्यसभा की दो सीटों के लिए चुनाव हुआ था। एक सीट पर भाजपा के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री बीरेद्र सिंह विजयी रहे थे। दूसरी सीट के लिए भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. सुभाष चंद्रा और इनेलो और कांग्रेस समर्थित आरके आनंद के बीच मुकाबला था। चुनाव में 14 विधायकों के वोट रद्द करार दिए गए थे। बताया गया कि इन विधायकों ने मतदान में चुनाव आयोग द्वारा तय स्याही वाले पेन की जगह दूसरी स्याही वाले पेन का प्रयोग किया। बताया गया कि जिन विधायकों के वोट रद हुए उनमें अधिकतर कांग्रेस के थे।
इस मामले में मतदान के बीच में पेन बदले जाने और गलत स्याही वाले पेन रखने का आरोप लगा। चुनाव आयोग द्वारा व्यापक जांच की गई और मतदान प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिेग की जांच भी की गई। फिलहाल चुनाव आयोग के पास यह मामला लंबित पड़ा है।