बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद बाद बिहार के राजनीति गलियारे में हड़कंप मच गया है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी कोरोना जांच के लिए अपने सैम्पल भेजे। हालांकि मुख्यमंत्री समेत उनके 14 स्टाफ की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
बुधवार 1 जुलाई को सभापति ने नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई थी। शपथ ग्रहण समारोह में सीएम नीतीश समेत कई नेता शामिल हुए थे। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, मंत्रीगण श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, विनोद नारायण झा सहित बिहार विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल की सचेतक रीना यादव, सदस्यगण प्रेमचंद मिश्रा, बीरेंद्र नारायण यादव, सीपी. सिंह, विधायकगण अब्दुल बारी सिद्दीकी, भोला यादव सहित कई लोग मौजूद थे।
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके साथ काम करने वाले सचिवों का सैम्पल लिया गया। मुख्यमंत्री कार्यालय से कुल 15 लोगों के सैंपल लिए गए थे जिनमें से 14 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है जबकि एक सुरक्षाकर्मी पॉजिटिव पाया गया है।वहीं बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय चौधरी और उनके साथ काम करने वाले ने भी टेस्टिंग के लिए स्वॉब दिया है।
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए अपने नमूने भेजे हैं। उप मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने बताया कि सुशील कुमार मोदी के अलावा कुछ अधिकारियों और उनके स्टाफ कर्मचारियों के नमूने भी जांच के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने बताया, ‘‘उप मुख्यमंत्री ने संक्रमण की जांच के लिए अपने नमूने भेजे हैं। इसके अलावा 10 अन्य अधिकारियों तथा उप मुख्यमंत्री कार्यालय के कर्मचारियों के नमूने भी जांच के लिए भेजे गए हैं।’’