यह घटना गुड़गांव के द्रोणाचार्य गर्वमेंट कॉलेज (डीएसडी) की है। अगवा छात्रा को गुड़गांव पुलिस के विशेष जांच दल ने मुक्त कराया। छात्रा के अपहरण की घटना कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो गई थी जिसके आधार पर पुलिस को आरोपियों की शिनाख्त करने में आसानी हुई। घटना के संबंध में गुड़गांव शहर के एसीपी अनिल कुमार यादव ने बताया, सभी तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया गया है। एसीपी ने बताया कि आरोपियों की पहचान जसवीर, मंगल और विक्की के रूप में हुई है। पुलिस उनसे पूछताछ कर अपराध की वजह का पता लगाने का प्रयास कर रही है। इससे पहले गुड़गांव के पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क ने जानकारी दी कि सोमवार सुबह साढे नौ बजे हुए छात्रा के अपहरण के मामले को सुलझा लिया गया है। वह अपने घर में सुरक्षित है और पुलिस अधिकारियों ने उससे बात की है। मामले के तीन आरोपियों के नाम सामने आ चुके हैं। विर्क ने बताया कि आरोपी छात्रा से परिचित थे।
सीसीटीवी फुटेज में दिखाई पड़ता है कि छात्रा कार से मदद के लिए चिल्ला रही है और सफेद मारूति कार का दरवाजा रोकने की पूरी कोशिश कर रही है जिससे राहगीरों का ध्यान उसकी ओर आकर्षित हुआ जिन्होंने फोन कर पुलिस को घटना की जानकारी दी। डीसीपी (पश्चिम) गुड़गांव के कुलविंदर सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दिया है कि छात्रा को जानने वाला एक आरोपी सुबह करीब साढ़े नौ बजे एक टूटी हुई चारदीवारी से कॉलेज में प्रवेश करता है और उसे बुलाता है। उसके साथ कुछ मिनट तक बातचीत करने के बाद वह उसे चारदीवारी से बाहर ले आता है जहां पर उसके तीन सहयोगी इंतजार कर रहे हैं और उनमें से एक कार में बैठा हुआ है। सिंह ने बताया, जैसे ही पीड़िता चारदीवारी से बाहर आती है आरोपी उसे सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार में खींच लेता है और घटनास्थल से फरार हो जाता है। पीड़िता सहायता के लिए चिल्लाती है जिसके बाद नजदीक से गुजर रहे लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी।
सुबह सवेरे हुई इस घटना से हरियाणा सरकार में हलचल मच गई। बताया जा रहा है कि घटना की जानकारी होने के बाद खुद राज्य के मुख्यमंत्री एमएल खट्टर ने पूरी पुलिस कार्रवाई की मॉनीटरिंग की। हालांकि मामले पर अब राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल ने सरकार पर निशाना साधा है।