भाजपा नेता व सांसद सुब्रमण्यन स्वामी के उस बयान की कांग्रेस ने कड़ी आलोचना की है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगली दीवाली राम मंदिर में मनाएंगे। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने इसे न्यायालय की अवमानना करार दिया है। धनोपिया ने कहा कि मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। ऐसे में स्वामी को यह कहना कि फैसला मार्च तक आएगा और दीवाली राम मंदिर में मनाएंगे, न्यायालय की अवमानना की श्रेणी में आता है। उनके खिलाफ अवमानना का मामला दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए।
स्वामी ने सोमवार को दावा किया था कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला अगले साल मार्च तक आ जाएगा। अगस्त तक राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा था कि कोर्ट में हमारी जीत तय है और अयोध्या में राम मंदिर बनकर ही रहेगा। धनोपिया ने कहा है कि जो मामले न्यायालय में लंबित होते हैं उन पर इस तरह की टिप्पणी करने का किसी को कोई अधिकार नहीं है। स्वामी हमेशा से ही बड़बोले रहे हैं और अनर्गल बयानबाजी करने के लिए प्रसिद्ध रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इशारे पर वे भ्रम फैलाने की नीयत से इस तरह का बयान दे रहे हैं। इसका मकसद गुजरात एवं आने वाले चुनावों में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़कर भाजपा को राजनैतिक लाभ पहुंचाना है। इसी तरह की बयानबाजी संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह केवल राजनीतिक फायदे के लिए किया जा रहा है। राम मंदिर निर्माण में भाजपा की कोई रूचि नहीं है।