मध्य प्रदेश में नवनिर्वाचित कांग्रेस सरकार पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दिया है। शिवराज सिंह को सत्ता से बाहर हुए अभी कुछ ही दिन बीते हैं कि उन्होंने अपने समर्थकों से कहा है कि उनकी अप्रत्याशित लेकिन जल्द वापसी होगी। इस बयान के बाद कई कयास लगाए जा रहे हैं। एक वजह यह हो सकती है कि कांग्रेस के पास भी पूरण बहुमत नहीं है और भारतीय जनता पार्टी भी बहुमत की संख्या से बहुत पीछे नहीं है।
सत्ता और समर्थकों को संदेश
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सत्ता पक्ष को संकेत देते हुआ कहा कि उनकी ‘अपेक्षा से पहले वापसी’ हो सकती है और कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार पांच का अपना कार्यकाल शायद ही पूरा कर पाए। शिवराज सिंह चौहान हाल ही में सत्ता से बाहर हुए हैं। चौहान ने यह बात बीती रात को अपने निवास पर समर्थकों की बैठक में कही। अपने समर्थकों को उन्होंने आश्वासन दिया और कहा, ‘‘अपने भविष्य के बारे में चिंता मत करो। आपके साथ क्या होगा इसे सोच कर निराश मत हो क्योंकि मैं वापस आऊंगा।’’ यह बात उन्होंने तब कही जब भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता उनके पांच साल बाद लौटने के नारे लगा रहे थे।
बॉलीवुडियाना अंदाज
तीन बार मुख्यमंत्री के रूप में मध्य प्रदेश पर राज करने वाले शिवराज हाल ही में हुए विधानसभा में कांटे के मुकाबले में कांग्रेस से पिछड़ गए। शिवराज ने बॉलीवुड स्टाइल में कहा, ‘‘टाइगर अभी जिंदा है।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘शायद वापसी के लिए पांच साल न लगें। मैं उम्मीद से पहले जल्दी ही दोबारा वापस आऊंगा।’’ संभव है भारतीय जनता पार्टी भी दूसरी पार्टी और निर्दलीय विधायकों के संपर्क में हो और फिलहाल कांग्रेस को समर्थन देने वाले विधायक कुछ समय बाद अपनी निष्ठा बदल लें।
सीटों का गणित
230 विधानसभा सीट में से कांग्रेस ने 114 पर विजय हासिल की है। जबकि बहुमत का जादुई आंकड़ा छूने में भाजपा जरा सी चूक गई और उसे 109 सीटों से संतोष करना पड़ा। हालांकि बहुमत कांग्रेस के पास भी नहीं था लेकिन उसने समाजवादी पार्टी के एक बहुजन समाज पार्टी के दो और चार निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ 121 विधायकों का समर्थन हासिल कर सरकार बना ली है।