मध्य प्रदेश के सियासी ड्रामे में अब नया मोड़ आ गया है। गुरुवार को सुवासरा से कांग्रेस के विधायक हरदीप सिंह डंग ने विधानसभा सदस्य के पद से अपना इस्तीफा दे दिया। मध्यप्रदेश के चार लापता कांग्रेस विधायकों में से एक हरदीप सिंह डंग ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को अपना इस्तीफा भेज दिया है। पत्र में हरदीप डंग ने कहा कि दूसरी बार लोगों का जनादेश मिलने के बावजूद पार्टी द्वारा उनकी लगातार अनदेखी की जा रही है। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि 'कोई भी मंत्री काम करने के लिए तैयार नहीं है, क्योंकि वे एक भ्रष्ट सरकार का हिस्सा हैं।'
कांग्रेस विधायक हरदीप डंग ने अपना इस्तीफा विधानसभा सचिवालय और मुख्यमंत्री को सौंप दिया है। बाकी तीन विधायक अभी वापस नहीं लौटे हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के पास 113 विधायक बचे हैं, बीजेपी के पास 107 एमएलए हैं। 230 सदस्यों वाली विधानसभा में फिलहाल दो सदस्यों के निधन से संख्या 228 है। इसमें कांग्रेस को दो बसपा, एक सपा और चार निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है, लेकिन एक निर्दलीय भी गायब है।
विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने एक बयान में कहा है,'मुझे सुवासरा विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफा देने की खबर मिली है। उन्होंने मुझसे प्रत्यक्ष रूप से मिलकर इस्तीफा नहीं सौंपा है। जब वे प्रत्यक्ष रूप से मुझसे मिलकर इस्तीफा सौपेंगे तो मैं नियमानुसार उस पर विचार कर आवश्यक कदम उठाऊंगा।'
'हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे के बारे में जानकारी मिली है, लेकिन कोई पत्र नहीं मिला'
वहीं, मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, 'मुझे हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे के बारे में जानकारी मिली है। मुझे अभी तक उनसे कोई पत्र नहीं मिला है और न ही इस मामले पर चर्चा की गई है। जब तक मैं उनसे व्यक्तिगत रूप से नहीं मिलूंगा तब तक इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।'
बीजेपी ने कहा- कांग्रेस विधायक ही पीड़ित और प्रताड़ित हैं
वहीं, डंग के इस्तीफे पर बीजेपी ने भी प्रतिक्रिया दी है। मध्य प्रदेश के बीजेपी प्रमुख वीडी शर्मा ने कहा कि यह दर्शाता है किस प्रकार से राज्य में कांग्रेस सरकार में कांग्रेस के विधायक ही पीड़ित और प्रताड़ित हैं। यह सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। ये अंतर्विरोध और अंतर्कलह से ग्रस्त सरकार है, जिसका अंत आज दिखाई दे रहा है।
बता दें कि बुधावर को कांग्रेस ने विपक्षी बीजेपी पर उसके सहयोगी दलों के विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया था।
कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों को खरीदने का लगाया आरोप
कांग्रेस ने प्रदेश में करीब आधा दर्जन निर्दलीय तथा सपा एवं बसपा के विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है। इस बीच, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है। मध्य प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने आरोप लगाया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए बीजेपी के कुछ नेता आठ विधायकों को जबरन हरियाणा के एक होटल में ले गए। प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिराने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस के विधायकों को बड़ी धनराशि की पेशकश की गई है।