नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा प्रदेश में 31 अक्टूबर तक नदियों से बालू के खनन-निकासी पर रोक लगाने के बावजूद प्रदेश में अवैध तरीके से खनन हो रहा है। पुलिस प्रशासन के संरक्षण में माफिया बालू के अवैध धंधे में लगे हुए हैं।
अवैध माइनिंग और बालू की ढुलाई को लेकर अदालत में सरकार की लगातार फजीहत हो रही है वहीं विपक्षी भाजपा झामुमो के नेताओं के संरक्षण में अवैध खनन के आरोप लगाती रही है। अब सरकार में सहयोगी कांग्रेस के विधायक ने सरकार को आइना दिखाया है।
अपने बड़बोले बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले कांग्रेस के पूर्व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने बालू निकासी की वीडियो बनाकर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से कहा है कि देखिये झारखंड को किस तरह लूटा जा रहा है। उन्होंने इसके लिए धनबाद के एसपी और डीसी को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें तत्काल निलंबित करने का आग्रह किया है।
इरफान अंसारी के गृह जिला जामताड़ा और धनबाद के बीच बराकर नदी से बालू का अवैध खनन हो रहा था। रास्ते से गुजरते हुए इरफान अंसारी ने वहीं बजराघाट पुल पर गाड़ी रोक कर देखा कि बालू का अवैध खनन व्यापक पैमाने पर हो रहा है। उन्होंने वहीं से वीडियो बनाया जिसमें बड़ी संख्या में ट्रैक्टर और करीब चार-पांच सौ लोग बालू खनन और ढुलाई में लगे हुए हैं।
वीडियो में वे कहते दिख रहे हैं कि सीएम साहब अवैध बालू खनन पर त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए। देखिए किस तरह से बालू की लूट हो रही है। ये सुबह की तस्वीर है। किस तरह बालू माफिया धनबाद और जामताड़ा सीमा के बीच बालू उतार रहे हैं। बालू तस्करी करके बंगाल भेजते हैं। हजारों हाइवा इसमें लगा हुआ है। सरकार एक तरफ बालू पर रोक लगाने की बात कर रही है दूसरी तरफ लूट हो रहा है। नाव से लोग बालू निकाल रहे हैं। प्रशासन की पूरी मिली भगत से यह हो रहा है। कहां है प्रशासन।
शर्म आता है देखकर, कहां है कंट्रोल। कोई बोलने वाला नहीं है। हर हाल में रोका जाना चाहिए नहीं तो जल्द ही झारखंड लुट जायेगा। उन्होंने धनबाद जिला प्रशासन पर यह भी आरोप लगाया कि इस अवैध खनन के जरिये जिला प्रशासन रोजाना 25 लाख रुपये की अवैध कमाई कर रहा है।