उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में एक अजीबो-गरीब बयान दे दिया है। उन्होंने यह कहकर विवाद को हवा दे दी है कि गाय, ऑक्सीजन का उत्सर्जन करती है, यह दावा पशुधन और पशुपालन विशेषज्ञों ने किया है।
गुरुवार को एक समारोह में रावत ने गाय की उपचारात्मक शक्तियों को प्रदर्शित करते हुए एक वीडियो वायरल किया था। वीडियो में उन्हें यह कहते हुए भी सुना जा रहा है कि गाय की मालिश करने से सांस लेने में तकलीफ दूर हो सकती है, जबकि ऐसे पशु के साथ निकटता में रहने से एक तपेदिक पीड़ित भी ठीक हो सकता है।
वीडियो में उनका कहना है कि गाय का दूध और मूत्र औषधीय गुणों से भरा है, हमें इसे बाहर लाना है।
मुख्यमंत्री के गाय संबंधी इस विचार के पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और नैनीताल के सांसद अजय भट्ट का भी इसी तरह का बयान आया है। उन्होंने हाल में कहा कि गर्भवती महिलाएं सीजेरियन प्रसव से बच सकती हैं यदि वे बागेश्वर जिले की नदी गरुड़ गंगा का पानी पीती हैं।
मुख्यमंत्री के बयान पर सवाल उठने पर सीएम ऑफिस के एक अधिकारी ने मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए कहा कि वह केवल कुछ ऐसा बोल रहे हैं, जो उत्तराखंड की पहाड़ियों में एक आम धारणा है। उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा, "जबकि गाय के दूध और मूत्र के औषधीय मूल्यों को अच्छी तरह से जाना जाता है, पहाड़ के लोग मानते हैं कि गाय उन्हें ऑक्सीजन देती है।"
हालांकि विशेषज्ञ गाय द्वारा आक्सीजन उत्सर्जन की संभावना से साफ इनकार करते हैं। देहरादून जिले के ज्वाइंट डायरेक्टर, काऊ कंजर्वेशन प्रोजेक्ट नाम न छापने की शर्त पर कहते हैं, ‘‘ गाय भी अन्य जीवों की तरह कार्बनडाइआक्साइड ही छोड़ती है, जो वैश्विक सत्य है।