अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था) पीपी पांडे ने पीटीआई-भाषा से कहा कि राज्य में हिंसा की कोई घटना नहीं होने के साथ सभी हिस्सों से कर्फ्यू हटा लिया गया। इन इलाकों में 25 अगस्त की हिंसा के बाद कर्फ्यू लगाया गया था।
अधिकारियों ने कहा कि करीब दो दिन से हालात पूरी तरह शांतिपूर्ण बने होने के कारण अहमदाबाद शहर के सभी नौ पुलिस थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया गया। हालांकि हिंसा प्रभावित सभी इलाकों में अर्धसैनिक बल की भारी तैनाती बनी रहेगी। 25 अगस्त को यहां आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को हिरासत में लेने के बाद हिंसा शुरू हो गई थी। अहमदाबाद के जिलाधिकारी राजकुमार बेनीवाल ने कहा कि हिंसा पर काबू करने के लिए बुलाई गई सेना की पांच कंपनियों को शनिवार शाम तक वापस भेज दिया जाएगा।
शहर नियंत्रण कक्ष के अधिकारी ए.के. देसाई ने कहा, निकोल, बापूनगर, नरौदा, ओधव, कृष्णानगर और रामोल समेत छह पुलिस पुलिस थाना क्षेत्रों से आज कर्फ्यू हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि करीब दो दिन से शहर में हिंसा की कोई बड़ी घटना ना होने के कारण शहर के पुलिस आयुक्त शिवानंद झा ने यह फैसला लिया। व्यापक हिंसा और आगजनी, सार्वजनिक एवं निजी संपत्तियों को आग लगाने एवं पथराव की घटनाओं के बाद कर्फ्यू लगाया गया था। देसाई ने कहा कि कल शहर के तीन इलाकों (नारनपुरा, घाटलोदिया और वादज) से कर्फ्यू हटा दिया गया था।
शहर की सड़कों पर बीआरटीएस (बस रैपिड ट्रांसपोर्ट प्रणाली) और एएमटीएस (अहमदाबाद नगरपालिका परिवहन प्रणाली) की बसों के चलने के साथ यातायात सामान्य है। रक्षाबंधन के त्यौहार को देखते हुए बाजारों में चहल-पहल के साथ दुकानें एवं दूसरे व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे। राजकोट, मेहसाणा, सूरत, जामनगर, मोरबी और साबरकांठा समेत हिंसा प्रभावित दूसरे जिलों में भी हालात सामान्य हो गए हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हालात सामान्य होने के बावजूद अफवाहों और भड़काऊ संदेशों के प्रचार को रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सोमवार तक बंद रहेंगी।