मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पटना स्थित बुद्ध स्मृति पार्क में पवित्रा आनंद बोधिवृक्ष लगाने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान दलाई लामा ने नीतीश से मिलने पर काफी अच्छा लगा है। बहुत सालों से हम अच्छे एवं नजदीकी मित्र हैं। यहां उनकी उपस्थिति उनके लिये सराहनीय है।
दलाई लामा ने कहा कि आज के दौर में लोगों के मन में काफी गुस्सा एवं तनाव है। इसे दूर करने के लिये ड्रग्स एवं शराब का इस्तेमाल करना अच्छी चीज नहीं है। ट्रेनिंग आफ माइंड से मानसिक तनाव एवं गुस्सा दूर किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि बौद्ध भिक्षु के रुप में बोधगया आना उनके लिये गर्व की बात है। बुद्ध स्मृति पार्क का निर्माण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कराया है। दो हजार साल पूर्व दिया गया भगवान बुद्ध का संदेश आज भी जीवंत है। भगवान बुद्ध ने अहिंसा महाकरुणा का संदेश दिया था। न सिर्फ प्रार्थना बल्कि ट्रेनिंग आफ माइंड भी आवश्यक है। भगवान बुद्ध का एक अनुयायी होने पर उन्हें गर्व है।
दलाई लामा ने भारत के संबंध में उन्होंने कहा कि भारत एक गुरु के समान है। हमारा सारा ग्यान भारत से आता है। हम उसके शिष्य है। भारत से संबंध गुरु शिष्य के समान है।
उन्होंने कहा, मैं भारत के लोगों से अपील करता हूं कि वे अपने इतिहास एवं दर्शन से सीखें। आज वैज्ञानिक भी भारत के प्राचीन ज्ञान एवं दर्शन से सीख ले रहे हैं।
दलाई लामा ने कहा कि अलग-अलग देशों में रहने वाले बौद्ध धर्मावलंबियों के बीच आपसी प्रेम का रिश्ता रहना चाहिये।
तिब्बती धर्म गुरू ने बुद्ध स्मृति पार्क के पाटलिपुत्र करुणा स्तूप में जाकर पूजा अर्चना की। इस अवसर पर बौद्ध भिक्षुओं ने सूत्रपाठ कर विश्व शांति, आपसी भाईचारा, प्रेम सदभाव के रिश्तों को मजबूत करने के लिये ईश्वर से प्रार्थना की।
भाषा