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स्‍वाति के लिए दिल्‍ली महिला आयोग के दरवाजे बंद

स्‍वाति मालीवाल ने आरोप लगाया है कि दिल्‍ली महिला आयोग में उनके दफ्तर पर ताला लगा दिया गया और उनकी नेम प्‍लेट हटा दी है। लेकिन उन्‍होंने अभी हार नहीं मानी और वह उपराज्‍यपाल से मिलने की कोशिश में जुटी हुई हैं। इस बीच, दिल्‍ली के उप मुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि स्‍वाति मालीवाल की नियुक्ति की फाइल अब एलजी के पास भेजी जाएगी।
स्‍वाति के लिए दिल्‍ली महिला आयोग के दरवाजे बंद

नई दिल्ली। उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा दिल्‍ली महिला आयोग की अध्‍यक्ष स्‍वाति मा‍लीवाल की नियुक्ति रद्द होने के बाद उनके कार्यालय पर ताला लगा दिया गया है। उनसे सभी आधिकारिक फाइलें वापस ले ली गई हैं। इस मुद्दे पर मालिवाल ने दिल्‍ली महिला अायोग पर सवाल उठाया है कि किसके कहने पर उनके दफ्तर पर ताला लगाया गया। नेम प्लेट हटा दी और ऑफिस नहीं आने को कहा गया। उन्‍होंने ट्वीट किया है वह तीन दिन से उपराज्‍यपाल से मिलने का समय मांग रही हैं। आज भी समय मांगा रही हूं यह समझने के लिए कि सच क्‍या है।  

इससे पहले बुधवार को स्‍वाति मालिवाल ने ट्वीट किया था कि उपराज्‍यपाल ने उन्हें फोन कर दफ्तर आने से मना किया है। हालांकि, उपराज्‍यपाल ऑफिस ने इसका खंडन किया है। बाद में मालिवाल ने सफाई दी कि उपराज्यपाल के कार्यालय ने उनके दफ्तर में ये जानकारी मुहैया करायी थी, न कि खुद नजीब जंग ने।  

स्वाति मालीवाल आम आदमी पार्टी के नेता नवीन जयहिंद की पत्नी हैं और मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सलाहकार हैं। वह लंबे समय से केजरीवाल से जुड़ी हैं। 

 

उपराज्‍यपाल ने नहीं किया फोन?

उपराज्‍यपाल का फोन आने की बात कहकर स्‍वाति मा‍लीवाल एक नए विवाद में पड़ गई हैं। कल उन्‍होंने ट्वीट किया था, एलजी साहब ने कॉल करके बोला है कि कल से मुझे ऑफिस नहीं आना है और मेरी सारी फाइल्‍स वापस ली जा रही हैं। इस बीच एलजी के दफ्तर ने मालीवाल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि एलजी ने उन्हें फोन नहीं किया, न उनसे कोई बात की है। उपराज्यपाल उनके आरोपों से बेहद नाराज हैं। अब मालीवाल का कहना है कि दिल्‍ली महिला आयोग ऑफिस ने उनसे झूठ क्‍यों बोला कि एलजी से फोन आया था। 

 

 

 



 

 

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