दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने केवीआईसी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान 1400 करोड़ रुपये के घोटाले में कथित संलिप्तता को लेकर आप नेताओं के खिलाफ उनके खिलाफ लगे ‘‘झूठे और अपमानजनक’’ आरोपों को लेकर सोमवार को कानूनी नोटिस भेजा।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं आतिशी, दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज, संजय सिंह और जैस्मीन शाह सहित अन्य को नोटिस भेजा गया है, जिसमें उन्हें एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करने के लिए कहा गया है, जिसमें पार्टी के सभी सदस्यों और इससे जुड़े सभी व्यक्तियों को निर्देश दिया गया है, चाहे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से, झूठे, मानहानिकारक, दुर्भावनापूर्ण और निराधार बयानों को फैलाने और प्रसारित करने से रोकना और रोकना"।
कानूनी नोटिस में आप नेताओं को इसकी प्राप्ति के 48 घंटों के भीतर मांगों का पालन करने के लिए भी कहा गया है। नोटिस में इस बात पर भी आपत्ति जाहिर की गई है जिसमें विधानसभा में नारे लगाए गए थे और ट्विटर पर हैशटैग चलाया गया था।एलजी सक्सेना को गिरफ्तार करो हैशटैग चलाया गया था। नोटिस में इस पर भी सवाल उठाया गया है।
बता दें कि पाठक ने पिछले हफ्ते विधानसभा में आरोप लगाया था कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष के रूप में सक्सेना ने 2016 में अपने कर्मचारियों पर 1,400 करोड़ रुपये के पुराने नोटों को बदलने के लिए दबाव डाला था। आप नेता आतिशी ने सवाल किया था कि उपराज्यपाल जांच से भाग क्यों रहे हैं। बीते हफ्ते में एलजी के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग के साथ सीबीआई हेडक्वार्टर के बाहर आप नेताओं ने धरना प्रदर्शन कर किया था।