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जानलेवा होते वायु प्रदूषण के बीच दिल्ली मेट्रो ने उतारी 21 नई ट्रेनें

बढ़ते हुए प्रदूषण की समस्या के बीच दिल्ली मेट्रो ने 21 नई ट्रेनें उतारी हैं। इन 21 ट्रेनों से कुल 812 ट्रिप...
जानलेवा होते वायु प्रदूषण के बीच दिल्ली मेट्रो ने उतारी 21 नई ट्रेनें

बढ़ते हुए प्रदूषण की समस्या के बीच दिल्ली मेट्रो ने 21 नई ट्रेनें उतारी हैं। इन 21 ट्रेनों से कुल 812 ट्रिप (चक्कर) बढ़ेंगी। ये ट्रेने नए और पुराने दोनों रूटों पर उतारी गई हैं जिसमें अभी हाल ही में शुरू हुई पिंक लाइन पर स्थित त्रिलोकपुरी-संजय लेक मेट्रो स्टेशन से शिव विहार के बीच के लिए 14 ट्रेनें होंगी जो कुल 730 ट्रिप पूरा करेंगी। 17.8 किमी लंबी पिंक लाइन के इस सेक्शन का उद्घाटन दो दिन पहले ही किया गया है।

300 किमी से ज्यादा हआ मेट्रो नेटवर्क
पिंक लाइन के इस विस्तार के साथ ही दिल्ली मेट्रो नेटवर्क दुनिया के उन चुनिंदा शहरों में शामिल हो गया है जहां मेट्रो सेवा 300 किमी से अधिक उपलब्ध है। दिल्ली मेट्रो का विस्तार अब 229 स्टेशनों के साथ 314 किमी पर हो गया है।

निजी वाहनों पर लग सकता है प्रतिबंध
अगर हम पर्यावरण के लिहाज से इस कदम को देखें तो पिछले कुछ दिनों में दिल्ली भारत के सबसे प्रदूषित मेट्रो शहरों में सबसे शीर्ष पर आ गया है। इसे देखते हए हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त एनवॉयरमेंट पल्यूशन कंट्रोल अथॉरिटी (ईपीसीए) ने दिल्ली के लोगों से निवेदन करते हुए कहा था कि वे नवंबर के शुरुआती 10 दिनों में सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें। अगर स्वेच्छा से ऐसा नहीं होता है तो सरकार निजी वाहनों के प्रतिबंध पर भी विचार कर सकती है।

ईपीसीए ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को प्रदूषण के स्तर में मामूली सुधार हुआ और पीएम-10 और पीएम-2.5 का स्तर मंगलवार की तुलना में थोड़ा कम रहा। इसके बावजूद हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में रही। मंगलवार सुबह 3 बजे दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 401 दर्ज किया गया, जो इस सीजन में सबसे ज्यादा था।

गौरतलब है कि कई मौसम कारकों के वजह से प्रदूषण स्तर के बढ़ने से दिल्ली-एनसीआर धुंध से लगातार घिर रहा है। दिल्ली एक बार फिर से आपातस्थिति का सामना कर रही है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अध्यक्ष के.जी. रमेश ने आईएएनएस को बताया, ‘जब तक ओजोन में सुधार नहीं होता, तब तक यह धुंध बरकरार रहेगी’। धुंध पर्टिकुलेट मैटर (पीएम) पर पड़ने वाले सूर्य का प्रकाश का प्रतिबिम्ब है। स्मॉग, नमी व पीएम का मिश्रण है, इसमें सीमित दृश्यता होती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, वायु गुणवत्ता एक नवंबर से और बिगड़ती जाएगी और इस साल दिवाली अधिक प्रदूषित हो सकती है।

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