भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़कर दिल्ली की सत्ता तक पहुंची आम आदमी पार्टी की सरकार के एक मंत्री पर ही भ्रष्टाचार के आरोप हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी और दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने पूछताछ की।
#Delhi Minister #SatyendraJain is being questioned by ED in connection with a money laundering case. (File Pic) pic.twitter.com/skPnj9u5XH
— ANI (@ANI) April 3, 2018
आरोपों के मुताबिक, तीन निजी फर्मों के जरिए 2015-16 में सत्येंद्र जैन एक सार्वजनिक कर्मचारी होने के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल थे। उन्होंने तीन निजी कंपनियों प्रायाज इन्फो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, अकिनन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड और मनगलियातन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के शेयरों में कथित तौर पर कई करोड़ रुपए की बेहिसाब आमदनी का इस्तेमाल किया। सत्येंद्र जैन और उनके परिवार का इन कंपनियों में हिस्सेदारी है। सत्येंद्र जैन करीब 16 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण की वजह से आयकर विभाग के रडार पर आए थे, जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हवाला ऑपरेटरों के साथ कथित संबंधों के खिलाफ एक अलग जांच शुरू की थी। जैन के खिलाफ इन कंपनियों और इंडेट्टल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 2010-12 के दौरान 11.78 करोड़ रुपए की राशि का आरोप लगाया गया है।
एक छापेमारी में सीबीआई के हाथ जो दस्तावेज हाथ लगे थे, उसमें दिल्ली के कराला गांव में 12 बीघा ज़मीन, 8 बीघा ज़मीन और 14 बीघा जमीन शामिल है। इसके अलावा 2011 में बैंक में जमा की गई दो करोड़ रुपए की जमा पर्ची, 41 चेक बुक और पैसे के लेन-देन से जुड़े कई दस्तावेज़ मिले हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, सत्येंद्र जैन से जुड़े सारे दस्तावेज दिल्ली डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार, डॉक्टर ऋषि राज के लॉकर से मिले हैं। सीबीआई की पूछताछ में ऋषि राज ने बताया कि दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष अरुण गुप्ता के घर में भी सत्येंद्र जैन से जुड़े कुछ सबूत मौजूद हैं, जिसके बाद सीबीआई ने अरुण गुप्ता के यहां छापा मारकर तीन लैपटॉप और चार हार्ड-डिस्क बरामद किए थे।