अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति में विलंब या विराम से होने वाली मौतों को टालने के लिए हेमन्त सरकार ने संजीवनी वाहन के रूप में वैकल्पिक इंतजाम किया है। सातों दिन, चौबीसों घंटे ये वाहन अलर्ट मोड में रहेंगे। जहां से सूचना मिलेगी तत्काल वहां ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाया जायेगा। बेहतर निगरानी के लिए इन वाहनों को जीपीएस से लैस किया गया है। ऑक्सीजन कम या खत्म होने की जिस किसी अस्पताल से सूचना मिलेगी, पहले से पूरी तरह तैयार वाहन वहां के लिए रवाना हो जायेंगे। मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने रांची के लिए ऐसे तीन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि संक्रमण के ज्यादा मामलों वाले शहर जमशेदपुर और धनबाद के लिए भी जल्द संजीवनी वाहन काम करने लगेंगे।
रांची जिला प्रशासन द्वारा जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए संजीवनी वाहन का इस्तेमाल किया जायेगा। अस्पतालों को जरूरत के हिसाब से समय पर आपूर्ति की जायेगी और ऑक्सीजन रिफिलिंग कोषांग दिन-रात काम करता रहेगा। यह ऑक्सीजन की आपूर्ति की मॉनीटरिंग भी कर रहा है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऑक्सीजन और वेंटीलेटर की सबसे अधिक जरूरत पड़ रही है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा कोविड सर्किट के माध्यम से रांची और जमशेदपुर के मरीजों को उसके निकटवर्ती जिले के अस्पतालों में मुफ्त ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध कराया जा रहा है।