वाराणसी फ्लाइओवर हादसे में उत्तर प्रदेश सेतु निगम के अधिकारियों, इंजीनियरों और ठेकेदारों के खिलाफ पुलिस ने बुधवार को लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है। प्राथमिकी रोडवेज पुलिस चौकी प्रभारी धनानंद त्रिपाठी की शिकायत पर दर्ज की गई। वहीं डीएम ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं।
उत्तर प्रदेश सेतु निगम पर पहले भी काम की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। इससे पूर्व निगम द्वारा बनाए गए पुलों में दरार की शिकायतें मिलीं थी। निगम के प्रबंधक निदेशक राजन मित्तल को लेकर भी विवाद है। उन्हें पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी सरकार ने हटा दिया था पर भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्हें फिर से बहाल कर दिया गया था।
मंगलवार को हुए इस हादसे में सरकार ने पहले 15 लोगों के मारे जाने की बात कही थी पर बुधवार को अधिकारियों के अऩुसार 18 लोग इस दुर्घटना में मारे गए। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार की रात ही वाराणसी का दौरा किया और अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की।
योगी आदित्यनाथ द्वारा हादसे की जांच के लिए कमेटी बनाए जाने के अलावा मामले की मजिस्ट्रेट जांच भी शुरू हो गई है। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट मनोज कुमार अपनी जांच रिपोर्ट तीन दिन में सौंपेंगे।