पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री की उत्पादन शाखाओं में से एक में आग लगने का सबसे पहले पता चला और जल्द ही यह अन्य जगहों पर भी फैल गई। आग लगने से हुए विस्फोट की आवाज से आस-पास के इलाके के लोग घबरा गए और यह आवाज आग लगने के स्थल से दो किलोमीटर दूर भी सुनाई दी जिसके कारण अधिकारियों ने आथर रोड पर यातायात रोक दिया।
उन्होंने बताया कि इलाके में भारी बारिश के कारण बचाव अभियान में रुकावटों का सामना करना पड़ा हालांकि आग को लगभग काबू में कर लिया गया है। फैक्टी में 15 लघु इकाइयां हैं जिनमें पर्वतीय क्षेत्रों में कुओं को गहरा और चौड़ा करने के काम में आने वाला विस्फोटक बनाने का काम किया जाता है। यह इकाई लाइसेंसधारी है और यह 25 से भी अधिक वर्षों से काम कर रही है। पुलिस ने बताया कि इकाई से निकल रहे धुएं से दुर्गंध आ रही है और यह बहुत जहरीला है। रसायन सात उप इकाइयां बना रही थीं।
फैक्ट्री के अधिकारियों का दावा है कि जिस समय आग लगी, उस समय इकाई में 25 से 30 लोग काम कर रहे थे लेकिन स्थानीय लोगों ने बताया कि वहां करीब 50 लोग मौजूद थे। (एजेंसी)