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भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित पहले डॉक्टर की इंदौर में मौत, शहर में अब तक 22 लोगों की मौत

कोरोना वायरस से संक्रमण के चलते भारत में पहले डॉक्टर की मौत हो गई है। यह मामला इंदौर का है। मध्य प्रदेश...
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित पहले डॉक्टर की इंदौर में मौत, शहर में अब तक 22 लोगों की मौत

कोरोना वायरस से संक्रमण के चलते भारत में पहले डॉक्टर की मौत हो गई है। यह मामला इंदौर का है। मध्य प्रदेश में अब तक 347 कोरना वायरस संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इनमें से सर्वाधिक 213 इंदौर में मिले हैं। इंदौर में अब तक कोविड-19 से 22 लोगों की मौत हुई है।

डॉक्टर का नाम शत्रुघ्न पंजवानी बताया जा रहा है। डॉक्टर की मौत के साथ इंदौर में मरने वालों की संख्या 22 पहुंच गई है। प्राइवेट प्रैक्टिसनर डॉ. शत्रुघ्न पंजवानी पिछले दिनों कोरोना पाजिटिव पाए गए थे। उनका इलाज पहले गोकुलदास अस्पताल में उसके बाद सीएचएल में चल रहा था और फिर उन्हें अरविंदों में शिफ्ट किया गया था। इलाज के दौरान आज सुबह उनकी मृत्यु हो गई। डॉ. पंचवानी इंदौर के रूपराम नगर में रहते थे।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि 62 वर्षीय जनरल फिजिशियन ने एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान आखिरी सांस ली। वह जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। उन्होंने कहा, "हमें संदेह है कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद दम तोड़ने वाले डॉक्टर कोविड-19 के किसी मरीज के इलाज के दौरान उसके संपर्क में आये होंगे। हम पता लगा रहे हैं कि वह इस संक्रमण की चपेट में कैसे आये थे।" प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने से किसी डॉक्टर की मौत का संभवतः पहला मामला है।

देश के विभिन्न हिस्सों में डॉक्टर भी हुए संक्रमित

कोरोना वायरस महामारी से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के स्वास्थ्यकर्मी भी संक्रमित हुए हैं। दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में सोमवार को डॉक्टर और नौ पैरामैडिकल कर्मियों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। इस अस्पताल में दो डॉक्टर और 16 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

वहीं, 6 अप्रैल को मुंबई सेंट्रल स्थित वोकहार्ट अस्पताल के तीन डॉक्टर और 26 नर्स एवं पैरा मेडिकल कर्मचारी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद उसे सील कर दिया गया था।

सीएम शिवराज ने दी चेतावनी

मध्य प्रदेश के जिलों में लगातार बढ़ रहे कोरोना पॉजि‌टिव मामलों के बाद अब प्रशासन सख्त हो गया है और कई शहरों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। इससे पहले शिवराज सिंह चौहान ने तबलीगी समाज के लोगों को चेतावनी देते हुए कहा था कि निजामुद्दीन के मरकज में शामिल होकर सूबे में पहुंचे लोग 24 घंटे के अंदर स्टेट अथॉरिटी के समक्ष रिपोर्ट करें, नहीं तो आपराधिक प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी। अब तक इंदौर में 213, मुरैना में 13, उज्जैन में 15, जबलपुर में 9, भोपाल में 94, ग्वालियर में 6, शिवपुरी में 2, खरगोन में 12, छिंदवाड़ा में 2, बड़वानी में 12, विदिशा में 2, बैतूल में 1, होशंगाबाद में 6, श्योपुर, रायसेन, खंडवा और धार में एक-एक पॉजिटिव मामले सामने आए हैं।

सीएम ने उठाए सख्त कदम

प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने अब सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि यदि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमण को छुपाता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। साथ ही दंडात्मक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही भोपाल, इंदौर और उज्जैन के हॉटस्पॉट इलाकों को पूरी तरह से सील करने को भी कहा गया है। वहीं, सीएम चौहान ने कोरोना के संक्रमण से जूझ रहे 14 जिलों में सख्ती से लॉकडाउन का पालन करने के भी आदेश दिए हैं।

 

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