दयरोग विशेषज्ञ डॉक्टर विश्वमोहन ने कहा कि वह एक पुराने दय रोगी थे। हाल ही में उन्हें कई समस्याएं हो गई थी। डॉक्टर ने बताया कि गुरदेव को नौ मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इस बीच, गुरदेव के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है। गुरदेव पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्राी के करीबी माने जाते थे और वह शिअद के उपाध्यक्ष भी थे।
जैतों हलके से कई बार विधायक रहे गुरदेव सिंह बादल पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बेहद करीबी माने जाते थे। उन्होंने 1977 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद 1980 और 1985 में भी उन्हें जीत मिली। हालांकि 1992 में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन बाद में 1997 और 2002 में पंजगराईं विधानसभा क्षेत्र से फिर विधायक बने। गुरदेव सिंह बादल शिअद सरकार में महत्वपूर्ण विभागों के कैबिनेट मंत्री भी रहे थे।
वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव में उनके बेटे सुबा सिंह बादल ने जैतों सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन वे हार गए। पूर्व कृषि मंत्री के निधन के चलते पंजाब सरकार ने चंडीगढ़ के साथ संपूर्ण राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों, निगमों और बोर्ड दफ्तरों में अर्द्ध अवकाश की घोषणा की है। भाषा