उत्तर प्रदेश के अमेठी में शनिवार देर रात स्मृति ईरानी के करीबी पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर गई। जामो थाना क्षेत्र के बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या की है। इस मामले में पुलिस अब तक सात लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया मामला पारिवारिक रंजिश का लग रहा है।
जानकारी के मुताबिक बदमाशों ने उस वक्त इस घटना को अंजाम दिया जब पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह अपने घर के बाहर सो रहे थे। इलाज के लिए उन्हें लखनऊ के ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। घटना की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामला दर्ज कर इसकी पड़ताल शुरू कर दी है।
पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दया राम ने बताया कि बरौलिया गांव के पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह (50) को रात करीब 11.30 बजे गोली मार दी गई।
गंभीर हालत में उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया और उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस अधिकारी ने कहा, घटना के संबंध में सात लोगों को हिरासत में लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि इस मामले में 6-7 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। मामले के खुलासे के लिए तीन टीमें बनाकर छापेमारी की जा रही है। प्रथम दृष्टया मामला पारिवारिक रंजिश का लग रहा है। डीजीपी ऑफिस से सघन मॉनिटरिंग हो रही है।
भाजपा नेता ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की
अमेठी लोकसभा सीट के भाजपा संयोजक राजेश अग्रहरी ने कहा, "इस तथ्य को देखते हुए कि कांग्रेस निराश है, खासकर अमेठी में अपने पार्टी अध्यक्ष की हार के बाद, एक उच्च-स्तरीय जांच का आदेश दिया जाना चाहिए और दोषी को दंडित किया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "सुरेंद्र सिंह एक लोकप्रिय और सक्रिय जमीनी स्तर के नेता थे, और सांसद स्मृति ईरानी के करीबी सहयोगी थे। वे और पार्टी के अन्य नेता जूता वितरण में सक्रिय रूप से शामिल थे।"
क्षेत्र में तनाव का माहौल
इस हत्या के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है। घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
जूते बांटे जाने को लेकर चर्चा में आया था बरौलिया गांव
सुरेंद्र सिंह उस बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान भी थे, जहां चुनाव प्रचार के दौरान स्मृति ईरानी ने जूते बांटे थे। पिछले महीने प्रियंका ने उन पर आरोप लगाया था कि राहुल का अपमान करने के लिए उन्होंने जूते बांटे और कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष की लोकसभा सीट के मतदाता भिखारी नहीं है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान स्मृति ईरानी अपने प्रचार में ब्लॉक और गांव स्तर के नेताओं को ले जाकर प्रचार करती थीं। ऐसे में जब भी वो जामो इलामें में आती थीं, तो ग्राम प्रधानों/पूर्व प्रधानों को बुलाकर उनके साथ जनसम्पर्क करती थीं। लिहाजा ईरानी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराकर संसद पहुंची हैं। ईरानी ने अमेठी के हर विधानसभा क्षेत्र में अच्छा खासा प्रचार किया और कांग्रेस के इस अभेद्य किले में सेंध लगाई।
एजेंसी इनपुट्स