बंगाल में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर शाश्वती सेन ने पीटीआई भाषा को बताया, अक्तूबर-नवंबर में बारिश बंद होने के बाद हम बंगाल के छह-सात स्थानों पर 534 किलोमीटर तक के क्षेत्र में सर्वेक्षण करेंगे लेकिन यह पहले किए गए सर्वेक्षण से अलग होगा।
इस वर्ष की शुरआत में 45 जगहों का सर्वेक्षण करने वाली टीम का हिस्सा रहीं सेन ने कहा, जब हम नामखाना-डायमंड हार्बर क्षेत्र पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे तब हम दो बिंदुओं को जोड़कर पूरे क्षेत्र का निरीक्षण करेंगे।
उन्होंने कहा, ये डॉल्फिन बारिश के दौरान नहीं देखे जाते इसलिए हम नदी में जल के स्तर के कम होने पर इस काम को शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-बंगाल ने पहले भी इस तरह के सर्वेक्षण किए हैं जिसमें प्रत्यक्ष रूप से देखकर गिनती की जाती थी लेकिन इस बार हम कुछ ऐसे उपकरण का भी इस्तेमाल करना चाहते हैं जो पूरी तरह से सटीक गिनती करने में सहायता करेगा।
सेन ने कहा, इस वर्ष की शुरआत में 500 किलोमीटर तक के क्षेत्र में करीब 80 डॉल्फिन देखे गए थे और यह संख्या चार वर्ष पहले की तुलना में कम थी।