मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हिंदू महासभा के कार्यालय में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का मंदिर बनाए जाने के विरोध में कांग्रेस ने शुक्रवार को पूरे प्रदेश में गांधी प्रतिमाओं के पास मौन धारण कर प्रदर्शन किया। पार्टी की मांग है कि सरकार गोडसे की प्रतिमा जब्त कर ऐसा करने वाले लोगों पर देशद्रोह का मामला चलाए। दूसरी ओर, सत्ताधारी भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसते हुए कहा है कि उन्होंने इस काम को क्यों नहीं रुकवाया।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा, ‘‘मैंने सुना है कि ग्वालियर में गोडसे का मंदिर बना है। ग्वालियर में कांग्रेस के वह कद्दावर नेता (सिंधिया) जिन्हें महाराजा कहलाने में खुशी होती है, उनमें क्या इतनी भी क्षमता नहीं है कि वह इस तरीके के काम (गोडसे मंदिर का निर्माण) को रोक सकें।’’ उन्होंने पूर्व सिंधिया रियासत के उत्तराधिकारी पर कटाक्ष करते हुए कहा,“वह (सिंधिया) ग्वालियर के महाराजा हैं। उन्होंने अपने प्रभाव का इस्तेमाल गोडसे मंदिर का निर्माण रुकवाने में क्यों नहीं किया।’’
चौहान ने कांग्रेस के इस आरोप को बिल्कुल निराधार बताया कि गोडसे का मंदिर बनाने वाले लोगों का भाजपा समर्थन कर रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जो लोग गोडसे का मंदिर बना रहे हैं, वे “निराले” लोग हैं। कांग्रेस के पास निराधार आरोप लगाने के अलावा कुछ भी नहीं बचा है। उन्होंने कहा,“हम इस पक्ष में नहीं हैं कि प्रदेश में गोडसे का मंदिर बनना चाहिए।” सिंधिया ने इस मामले में 15 नवंबर को ट्वीट कर कहा था,“गांधीजी के नाम का सहारा लेकर उपवास का ढोंग करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नाक के नीचे बापू के हत्यारे का मंदिर स्थापित किया जा रहा है। इस शर्मनाक कृत्य की जितनी निंदा की जाए, वह कम है।”