गुजरात के कच्छ विश्वविद्यालय में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं द्वार प्रोफेसर से की गई बदसलूकी के मामले में कार्रवाई की गई है। पुलिस ने एबीवीपी कार्यकर्ता को 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले मंगलवार, 26 जून को सीनेट चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने एक प्रोफेसर के मुंह पर कालिख पोत दी थी और इसके बाद उनका जुलूस भी निकाला था। मामला सामने आने के बाद आरोपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी ।
सोमवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एक प्रोफेसर के मुंह पर कालिख पोत दी थी। साथ ही इन छात्रों ने प्रोफेसर का जुलूस भी निकाला। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी में जमकर हंगामा किया। एबीवीपी के छात्रों का आरोप था कि अगले महीने होने वाले छात्र चुनाव में से कई छात्रों के नाम काट दिए गए हैं। यूनिवर्सिटी में अगले महीने छात्र चुनाव हैं।
दरअसल, कल छात्र अपनी शिकायत लेकर यूनिवर्सिटी के चुनाव अधिकारी गीरीन बख्शी के पास पहुंचे थे। छात्रों ने पहले तो जमकर हंगामा किया, फिर प्रोफेसर गीरीन बख्शी के चेहरे पर कालिख पोत दी। पोती गई कालिख में कुछ ऐसा था कि प्रोफेसर बख्शी के चेहरे पर जलन होने लगी। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
मामला सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। दूसरी तरफ इस घटना के बाद से कच्छ यूनिवर्सिटी में तनाव कायम है। पुलिस ने कैंपस में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। यूनिवर्सिटी के अन्य अध्यापकों ने इस घटना के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया है और आरोपी छात्रों पर कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं। अध्यापकों ने प्रदर्शन की धमकी भी दी है।
कुलपति सी बी जाडेजा ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने पहले से ही यूनिवर्सिटी की कार्यकारी परिषद की एक बैठक बुलाई है। नियम के अनुसार, मामले में कानूनी कार्रवाई भी होगी। बताया जा रहा है कि इस पूरे घटनाक्रम में एबीवीपी के 15-20 छात्र शामिल थे।