संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती पर जारी विवाद में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला भी कूद गए हैं। उन्होंने रिलीज से पहले हिंदू और क्षत्रिय नेताओं के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग रखने की मांग की है। ऐतहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़कर गलत तरीके से पेश करने पर प्रदेश में फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने देने की चेतावनी दी है।
दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर अभिनीत यह फिल्म एक दिसंबर को रिलीज होगी। बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए वाघेला ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि फिल्म रिलीज करने से पहले भंसाली इसे हिंदू और क्षत्रिय नेताओं को दिखाएं, क्योंकि फिल्म में कुछ ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कर उसे गलत तरीके से दिखाने की आशंका जताई जा रही है। यदि ऐसा नहीं होता है तो गुजरात में हिंसक प्रदर्शन होंगे और कानून-व्यवस्था के हालात नियंत्रण में नहीं रहेंगे।'
उन्होंने कहा कि घटिया प्रचार के लिए किसी को ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की आजादी नहीं दी जा सकती। इसी साल अगस्त में कांग्रेस से नाता तोड़ने वाले वाघेला की ऑल इंडिया हिंदुस्तान कांग्रेस पार्टी ने गुजरात विधानसभा की सभी 182 सीटों से चुनाव लड़ रही है।
गौरतलब है कि निर्माण के समय से ही पद्मावती फिल्म को लेकर विवाद चल रहा है। शूटिंग के दौरान करणी सेना के लोगों ने जयपुर में भंसाली पर हमला करके सेट को नष्ट कर दिया था। बीते महीने करणी सेना ने फिल्म के पोस्टर जलाए थे। दीवाली से पहले सूरत के एक मॉल में पद्मावती की रंगोली को कुछ लोगों ने नष्ट कर दिया था। कई हिंदू और क्षत्रिय संगठन इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। इनका आरोप है कि फिल्म में महारानी पद्मावती को गलत तरीके से दिखाया गया है।