चंडीगढ़, विधान भवन में हरियाणा की बनती हिस्सेदारी लेने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता के प्रयास लगातार जारी हैं। इस सिलसिले में शुक्रवार को उन्होंने हरियाणा और चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त बैठक की। बैठक में हरियाणा विधान सभा परिसर और एमएलए हॉस्टल से संबंधित वे सभी मसले उठे जो सीधे तौर पर यूटी प्रशासन से संबंधित हैं। इनमें विधान भवन के जीर्णोद्धार, परिसर के बाहरी में स्थित शौचालयों के विस्तार और रखरखाव तथा एमएलए हॉस्टल के सामने बनने वाले पार्क के समयबद्ध निर्माण पर चर्चा हुई। बैठक में चंडीगढ़ की ओर से उपस्थित पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को सख्त हिदायदें भी जारी की गईं। बैठक के बाद विधान सभा अध्यक्ष हरियाणा के अधिकारियों के साथ एमएलए हॉस्टल पहुंचे वहां के रखरखाव का जायजा लिया।
विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने बैठक में मौजूद चंडीगढ़ प्रशासन के मुख्य अभियन्ता सीबी ओझा से विधान भवन में हरियाणा के हिस्से के परिसर का ब्योरा मांगा। मुख्य अभियन्ता इस बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करवा सके तो विस अध्यक्ष ने सख्ती दिखाई। उन्होंने कहा कि हरियाणा विधान सभा सचिवालय के पास परिसर की इंच-इंच का हिसाब है। गुप्ता ने कहा कि दोनों प्रदेशों के अलग होने के वक्त हुए समझौते का विवरण उपलब्ध है। इनके आधार पर ही यूटी प्रशासन को पंजाब से हरियाणा का हिस्सा दिलाना चाहिए। बैठक में तय हुआ कि इस मसले के हल के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा।
इस दौरान कैपिटल कॉम्पलैक्स की चहारदिवारी के निर्माण का मामला भी उठा। फिलहाल कॉम्प्लैक्स पर अनेक स्थानों पर तारों की बाड़े लगाई हुई है, जिसमें से अनेक जानवर परिसर में घुस जाते हैं। अनेक बार विधान भवन के तालाबों में जानवरों के गिरने की घटनाएं भी हो जाती है।
विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को कड़ाई से निर्देश देते हुए कहा कि विधानसभा परिसर और एमएलए हॉस्टल के सामने बनने वाले पार्क का काम शीघ्र अति शीघ्र कराया जाए। इसमें लापरवाही करने वालों की खैर नहीं होगी। विस अध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देश दिए की विधानसभा परिसर में सफाई व्यवस्था, पेयजल व सत्र के दौरान पुलिस कर्मियों के लिए टॉयलेट, लाइटिंग आदि सभी प्रकार की सुविधाओं की व्यवस्था की जाए। साथ ही साथ एमएलए हॉस्टल के सामने एक बेहतरीन सुंदर पार्क का निर्माण किया जाए।