चंडीगढ़,हरियाणा में कोरोना कहर बरपा रहा है। तमाम सरकारी इंतजार कम पड़ने से कोरोना ने विकराल रुप धारण कर लिया। पिछले 24 घंटे में राज्य में करीब 7700 कोरोना संक्रमण से ग्रस्त नए मरीज शामिल होने से राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 40,000 के पार चली गई है। पिछले 24 घंटे में 35 मरीजों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत की पुष्टि हुई है। कोरोना पर अंकुश के लिए राज्य के गृह एंव स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आउटलुक से बाचचीत में सख्ती बरतने का संकेत देते हुए राज्य में लॉकडाउन से इंकार किया है पर साथ ही यह भी कहा कि नियमों निर्देशों का पालन न करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा भले ही इसके लिए उन्हें लोगों की भारी नाराजगी का सामना क्यों न करना पड़ा। विज ने कहा कि वे नहीं चाहते की जिंदगी थमें,जिंदगी भी चलनी चाहिए और बचाव भी होना चाहिए। विज ने कहा कि वह नहीं चाहते कि हरियाणा में बाकी प्रदेशों की तरह लाशों के ढेर देखने को मिलें।
राज्य के अस्पतालों में आक्सीजन,दवाइयां और बेड की किल्लत से इंकार करते हुए विज ने कहा कि संक्रमितों की संख्या बढ़ने से कई अस्पतालों में बेड की मांग बढ़ी है पर जहां बेड नहीं हैं वहां के मरीजांे को प्राइवेट अस्पतालों और साथ लगते अन्य शहरों के अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। जबकि इस बीच अग्रोहा मेडिकल में बेड न मिलने पर रोहतक पीजीआई रेफर की गई जींद की महिला की रास्ते में मौत हो गई। अग्रोहा में कोरोना मरीजों के लिए 65 बेड हैं जबकि कोरोना ग्रस्त मरीज 72 हैं।
इधर, रेवाड़ी में अस्पताल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। राजस्थान सरकार के निर्देश पर भिवाड़ी की निजी कंपनी ने रेेवाड़ी में ऑक्सीजन सप्लाई रोक दी है। हालात काबू करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता में हाई लेवल कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी की बैठक सोमवार को होगी। उधर, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस समेत 3 जज संक्रमित हो गए हैं। हाईकोर्ट में तमाम मामलों की सुनवाई पर रोक लगा दी गई है।
सक्रिय मरीज बढ़कर 39,468 (11.24%) हो गए हैं। रिकवरी दर गिरकर 87.77% पर आ गई है। कई अस्पतालों में बेड कम पड़ने लगे हैं। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री से लेकर अधिकारियों तक का दावा है कि कुछ लोग पीजीआई व मेदांता में ही भर्ती होना चाहते हैं। उन्हें दूसरे अस्पतालों में भर्ती हो जाना चाहिए। अभी करीब 70% मरीज होम आइसोलट हैं। ऐसे में 11,800 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऑक्सीजन बेड 6500 से बढ़ाकर 6937 किए हैं। 1079 वेंटिलेटर हैं। कुल 56,635 आइसोलेशन बेड हैं।
पीजीआई रोहतक के ट्रॉमा सेंटर में कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व बेड फुल हो चुके हैं। एक-एक बेड पर दो-दो मरीजों का इलाज चल रहा है। स्ट्रेचर तक पर ऑक्सीजन मास्क लगाए मरीज बेड खाली होने का इंतजार कर रहे हैं।