हरियाणा राज्य परिवहन विभाग ने सुरक्षा एजेंसियों की सलाह के बाद इस गाड़ी को खरीदा है। इन्हें बुलेट प्रूफ कराने का जिम्मा पुलिस को दिया गया। विभाग ने कहा कि मुख्यमंत्री के नाम पर अब तक जो वाहन पंजीबद़ध हैं, वे 3 लाख किलोमीटर से अधिक चल चुके हैं। इन्हें पहले ही बदला जाना था। लिहाजा नया वाहन जो खरीदा गया है, उसमें सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कहना है कि मैंने डिमांड नहीं की, मुझे जो गाड़ी उपलब्ध कराई जाएगी, उसमें ही जाऊंगा। इससे पहले दिसंबर, 2015 में हरियाणा सरकार अपने मंत्रियों, मुख्य संसदीय सचिवों की कारें भी बदल चुकी है। इनमें कुछ मंत्रियों ने फोर्ड फॉरच्यूनर खरीदी तो कुछ ने होंडा सीआरवी पसंद की। हुंडई सेंटा भी कुछ मंत्रियों ने ली है।
ऊल्लेखनीय है कि खट्टर के दो काफिलो में वर्तमान में 14 गाड़ियां हैं। इनमें 7 दिल्ली में और 7 चंडीगढ़ में रहती हैं। इनमें दो मर्सिडीज, 3 होंडा सीआरवी और एक हुंडई सेंटा शामिल हैं। उन्हें एस्कॉर्ट और पायलट करने के लिए आठ फोर्ड इन्डेवर गाड़ियां भी हैं। एजेंसी