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हरियाणाः विवेकाधीन कोष से खर्च का नहीं होता हिसाब

हरियाणा के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज ने ग्रामीण खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए एक धार्मिक संप्रदाय को अपने विवेकाधीन कोष से 50 लाख रुपए का दान दिया है, जिसको लेकर उनपर चौतरफा निशाना साधा जा रहा है। गौरतलब है कि राज्य के सरकारी सूत्रों का कहना है कि अपने विवेकाधीन कोष से मंत्री इस प्रकार के कार्यों के लिए खर्च कर सकते हैं। जिसका उनसे हिसाब भी नहीं मांगा जाता है।
हरियाणाः विवेकाधीन कोष से खर्च का नहीं होता हिसाब

विज पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने डेरा सच्चा सौदा को 50 लाख रुपए दान देने की गई घोषणा पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा, 'मैंने इस खबर के सभी कारणों को नहीं देखा है। सभी राजनीतिक दल इसके समर्थन में हैं कि खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए धनराशि दान की जानी चाहिए। अनिल विज को लोगों के साथ अपने जुड़ाव को लेकर अपने निर्णय पर विचार करना चाहिए।'

उन्होंने कहा, 'वह एक जिम्मेदार राजनीति और संवैधानिक पद पर हैं। उन्हें अपने व्यवहार के बारे में एक निर्णय करना चाहिए। यदि वह कोई निर्णय नहीं करते तो हरियाणा के लोगों को कार्य करना होगा' गौरतलब है कि अनिल विज ने दान की घोषणा रविवार को सिरसा जिले में डेरा सच्चा सौदा में एक खेल कार्यक्रम के बाद की थी। इस मौके पर डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह भी मौजूद थे। 

उल्लेखनीय है कि अकादमी के भीतर खेले जाने वाले सभी खेलों को स्वयं गुरमीत राम रहीम बनाते हैं और ये खेल राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेले जाते। उधर अनिल विज ने कहा, 'डेरा सच्चा सौदा लंबे समय से खेलों को प्रोत्साहित कर रहा है। विज का कहना है कि अब भाजपा सरकार खेलों से संबंधित सभी गतिविधियों को प्रोत्साहित करेगी। इसके लिए 20 ओलंपिक नर्सरी बनाई जाएंगी।'

 

 

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