मध्यप्रदेश में डॉक्टरों की कमी पर कुलस्ते ने अलग अंदाज में मजबूरी बताई है। कुलस्ते अपने लोकसभा क्षेत्र मंडला में संवाददाताओं से चर्चा कर रहे थे। वे यहां राजा शंकरशाह और कुंवर रघुनाथ शाह बलिदान दिवस के मौके पर आयोजित समारोह में शिरकत करने आए थे।
कुलस्ते से पूछा गया कि डॉक्टर ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं देने से बचते हैं, इस बात पर उन्होंने कहा कि डाॅॅक्टरों के साथ ज्यादा सख्ती नहीं कर सकते हैं। सख्ती करने पर वे या तो छुट्टी लेकर घर बैठ जाते हैं या फिर इस्तीफा दे देते हैं। इसके अलावा वे प्राइवेट प्रेक्टिस करने लगते हैं। उन्होंने डाॅॅक्टरों को कुचरा बैल यानि अड़ियल कोंचने वाला बैल बता दिया।
उन्होंने कहा कि वे आने वाले वक्त में ऐसा कानून बनाने के पक्ष में है जिसमें नए डाॅॅक्टर डिग्री लेने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी सेवाएं जरूर दें। उन्होंने कहा कि अभी स्वास्थ्य सेवाएं 40 प्रतिशत लोगों तक ही पहुंच पाई है, जिसे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।