केरल के तिरुवनंतपुरम और इडुक्की सहित कई जिलों में शनिवार को अचानक मौसम में आए बदलाव ने कहर बरपा दिया। दक्षिण और मध्य केरल में भारी बारिश के कारण कई हिस्सों में अचानक बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन लापता हो गए। राज्य सरकार को बचाव कार्यों के लिए सेना और वायु सेना की सहायता लेनी पड़ी।
पुलिस ने बताया कि इडुक्की के कंजर में पानी का बहाव इतना तेज था कि कार ही उसमें बह गई और इसमें सवार 30 साल के युवक और युवती दोनों की मौत हो गई। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी है कि कोट्टायम और इडुक्की जिलों की सीमा से लगे पहाड़ी इलाकों में बचाव के लिए वायुसेना से मदद मांगी गई है, जहां भूस्खलन की खबरें आई हैं और कुछ परिवार अलग-थलग पड़ गए हैं।
रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना ने अपने जवानों को तैनात कर दिया है। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि एमआई-17 और सारंग हेलीकॉप्टर पहले से ही स्टैंडबाय मोड में हैं। केरल में मौजूदा मौसम की स्थिति को देखते हुए दक्षिणी वायु कमान के तहत सभी ठिकानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
भारी बारिश को देखते हुए पातनमिथिट्टा, कोट्टायम, एनार्कुलम, इडुक्की, त्रिशूर जिले में रेड अलर्ट जारी किया गया है। जबकि तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलापुझा, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड और वायनाड जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने इन जिलों में 17 और 18 अक्टूबर को भारी बारिश की आशंका है। वहीं 19 अक्टूबर को बारिश में कुछ कमी आ सकती है। सरकार ने मछुआरों को चेतावनी देते हुए शनिवार और रविवार को समुद्र में न जाने की सलाह दी है।
सीएमओ ने कहा कि पातनमिथिट्टा, कोट्टायम, एनार्कुलम, इडुक्की, त्रिशूर औल अलापुझा जिले में एनडीआरफ के 6 टीमें तैनात कर दी गई हैं। तिरुवनंतपुरम और कोट्टायम में सेना की दो टीमें तैनात करने को कहा गया है। आपातकालीन की स्थिति में एयरफोर्स को स्टैंडबाय मोड में रहने को कहा गया है।