कश्मीर घाटी में उन इलाकों में फिर से हाई स्कूल फिर खुल गए हैं, जहां से प्रतिबंध हटाया जा चुका हैं। स्कूल खुलने के बावजूद छात्रों ने स्कूलों से दूरी बनाए रखी है। घाटी में पिछले तीन हफ्तों से स्कूल बंद थे। घाटी के विशेष दर्जे की समाप्ति के कारण सुरक्षा कारणों से घाटी में बहुत से प्रतिबंध थे ताकि कोई अप्रिय स्थिति न आ पाए। अधिकारियों का कहना है कि स्कूल आज से दोबारा खोल दिए गए हैं। लेकिन फिर भी स्कूलों में आम दिनों की तरह चहल-पहल नहीं दिखी।
कम हुआ तनाव और प्रतिबंध का असर
जम्मू और कश्मीर के सूचना और जनसंपर्क निदेशक सेहरिश असगर ने मंगलवार को कहा था कि "शिक्षा विभाग कल से कश्मीर घाटी में उन सभी जगहों पर हाई स्कूल दोबारा खोलने का फैसला कर रहा है, जहां प्रतिबंध में ढील दी गई है।" घाटी के 81 पुलिस थाना क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध को अब कम कर दिया गया है।
स्कूलों की स्थिति के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए, कश्मीर के शिक्षा निदेशक युनूस मलिक ने को कहा था कि घाटी में 3,037 प्राथमिक विद्यालय और 774 मध्य विद्यालय फिर से खुल गए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह में स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
बहाल हुई इंटरनेट सेवा
अधिकारियों का कहना है कि घाटी में बहुत हद तक संचार नाकाबंदी को कम कर दिया गया है। सुधार की स्थिति देखते हुए अधिकांश स्थानों पर लैंडलाइन टेलीफोन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं।
5 अगस्त से बीएसएनएल के ब्रॉडबैंड और निजी लीज-लाइन इंटरनेट सहित मोबाइल सेवाएं और इंटरनेट का उपयोग बंद था। केंद्र सरकार ने राज्य में मौजूद अनुच्छेद 370 को खत्म करने और राज्य को दो भागों में बांट कर लद्दाख को अलग केंद्र प्रशासित प्रदेश बना दिया है।