गुजरात में अटकलों का दौर खत्म हो चुका है अब यहां भूपेंद्र पटेल नए मुख्यमंत्री होंगे। भूपेंद्र पटेल सोमवार यानी आज दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर गुजरात के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। गुजरात के नए मुख्यमंत्री बनाए गए भूपेंद्र पटेल के शपथ लेने के दो दिन बाद कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। माना जा रहा था कि इस बार डिप्टी सीएम नितिन पटेल को प्रदेश की कमान मिल सकती है लेकिन इस बार भी उनको निराशा हाथ लगी। इस बारे में नितिन पटेल ने कहा कि वह लोगों के दिलों में रहते हैं, उन्हें कोई बाहर नहीं कर सकता।
मेहसाणा शहर में एक कार्यक्रम के दौरान पटेल ने मजाकिया अंदाज में कहा कि वह अकेले नहीं हैं, जिनकी बस छूट गई। उनके जैसे कई और भी हैं। नितिन पटेल ने कहा कि और भी लोग थे जिनकी बस छूट गई, मैं अकेला नहीं था, इसलिए विकास को इस तरह से न देखें। उन्होंने कहा कि पार्टी निर्णय लेती है, लोग गलत अनुमान लगाते हैं। मैंने (विधायकों की बैठक के बाद) यादवजी से कहा कि मुझे इस कार्यक्रम में शामिल होना है। यदि यह महत्वपूर्ण न होता तो मैं उद्घाटन करने न आता। लेकिन चूंकि यह बहुत महत्वपूर्ण था, इसलिये यादव जी ने भी अनुमति दे दी।' अगर यह इतना महत्व का नहीं होता तो मैं खुद इसे पास देता। लेकिन चूंकि यह बहुत महत्वपूर्ण था, यहां तककि यादव जी ने भी अपनी सहमति दी थी।
पटेल मेहसाणा में एक सड़क और सिविल अस्पताल में स्थापित एक ऑक्सीजन संयंत्र का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे। साथ ही कहा कि जब मैं यहां आ रहा था तो टीवी पर काफी चीजें चल रही थी, लेकिन आपको बता दूं जब तक मैं अपने लोगों, मतदाताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के दिलों में हूं, कोई मुझे बाहर नहीं निकाल सकता।
भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली अगली सरकार में पटेल उपमुख्यमंत्री बने रहेंगे या नहीं, इस पर अभी भी संशय बना हुआ है। ये दोनों नेता गुजरात के शक्तिशाली और राजनीतिक रूप से प्रभावशाली पाटीदार समुदाय से हैं।
बता दें कि विजय रुपाणी के इस्तीफा के बाद सीएम पद की रेस में कई नाम आगे चल रहे थे लेकिन फिर बीजेपी ने चौंकाने वाला फैसला किया। इससे पहले जब विजय रुपाणी को पिछली बार सीएम बनाया गया था, तब नितिन पटेल का नाम इसके लिए आगे चल रहा था हालांकि, बाद में जब सीएम के नाम की घोषणा की गई, तब सभी को चौंकाते हुए रुपाणी के नाम का ऐलान हुआ था।