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आईएएस इस हद तक गिर सकता है

हरियाणा के एक निलंबित आईएएस अधिकारी संजीव कुमार को अपने एक सहयोगी टिक्का हसन मुस्तफा की हत्या की साजिश रचने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। संजीव कुमार के करीबी सहयोगी मुस्तफा दिल्ली के रहने वाले एक बिजनेसमैन हैं। संजीव पहले भी हरियाणा टीचर भर्ती ( हरियाणा का चर्चित जेबीटी घोटाला) घोटाले में गिरफ्तार हो चुके हैं। हालांकि टीचर भर्ती घोटाला मामले में पहले उन्हें व्हिसल ब्लोअर समझा गया लेकिन बाद में पता चला कि चौटाला के साथ घोटाले की साजिश में वह भी शामिल थे।
आईएएस इस हद तक गिर सकता है

संजीव कुमार के साथ कथित गैंगस्टर शौकत पाशा और शूटर तौफीक व मन्ना को भी हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया है। अपराध शाखा ने गिरफ्तार शूटरों से हथियार भी बरामद किए हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि संजीव कुमार मुस्तफा का कत्ल करवाना और खुद को भी घायल करवाना चाहता था, जिसका आरोप हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला पर डालना चाह रहा था। संजीव कुमार ने कत्ल की साजिश तब रची जब वह जेबीटी घोटाले संबंधी मामले में तिहाड़ जेल में न्यायायिक हिरासत में था। गौरतलब है कि गैरकानूनी तरीके से 3,206 जेबीटी अध्यापकों की नियुक्ति घोटाले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने संजीव कुमार, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला के साथ 10 साल की सजा सुनाई थी। इस मामले में कुल 53 लोगों को दोषी ठहराया गया था।

 

 हरियाणा काडर के 1985 बैच के आईएसएस संजीव कुमार पर हरियाणा प्राइमरी एजुकेशन काउंसिल के प्रॉजेक्ट डायरेक्टर रहते हुए किताब प्रिंटिंग में घोटाला करने का भी आरोप था। वह 20 अप्रैल 1998 से 14 जून 1999 और एक अगस्त 1999 से 30 दिसंबर 2000 तक काउंसिल के स्टेट प्रॉजेक्ट डायरेक्टर थे। आरोप था कि दिसंबर 1999 में किताबों की प्रिंटिंग के खुले टेंडर में उन प्रिंटिंग प्रेस की फर्म को ज्यादा दामों में बुक्स प्रिंट करने के टेंडर दे दिए गए, जिनकी असल में न तो कोई प्रेस थी न उन्हें हरियाणा के पंचकूला के सरकारी प्रेस से एनओसी मिली थी।

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