लड़का पैदा होने पर या उसकी शादी में भी जितनी खुशी नहीं मनाई जाती उससे ज्यादा खुशी किनाना गांव के संजय ने लड़की पैदा होने पर मनाई। किनाना गांव के सभी लोगों को भोज करवाया। डीजे व ढोल-नगाड़ों के साथ कुआं पूजन करवाया गया और कन्याओं को भोज करवाया।
संजय ने कहा कि उसे बहुत खुशी है कि सबसे पहले उनके यहां बेटी ने जन्म लिया है। आज लड़का व लड़की में कोई फर्क नहीं है। फर्क केवल सोच का है। आज किसी भी क्षेत्र में लड़कियां लडकों से पीछे नहीं हैं। वह लड़की की परवरिश लड़कों से बेहतर करेंगे।