दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को अडानी मामले में प्रधानमंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया, "प्रधानमंत्री कम पढ़े-लिखे हैं और चीजों को ठीक से नहीं समझते हैं। यह चिंताजनक है।" विरोध में भाजपा विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया।
उन्होंने एक प्रस्ताव पर बोलते हुए आरोप लगाया, "केंद्र ने बड़े पैमाने पर लूट की है। कांग्रेस ने 75 साल में जितना लूटा है, उससे ज्यादा उन्होंने सात साल में लूटा है। देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है। हम स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं।"
प्रधानमंत्री पर हमले तेज करते हुए केजरीवाल ने व्यवसायी गौतम अडानी का जिक्र करते हुए मोदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रभुत्व वाली विधानसभा ने पार्टी विधायक संजीव झा द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव पारित कर मांग की कि अडानी मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच पर विचार करने के लिए विधानसभा से संसद को संदेश भेजा जाए।
सीएम ने यह भी मांग की कि सुप्रीम कोर्ट चुनावी बॉन्ड पर एक याचिका के दायरे का विस्तार करे ताकि चुनावी बॉन्ड के माध्यम से केंद्र में सत्ताधारी पार्टी को अडानी से धन "हस्तांतरित" किए जाने की संभावना पर गौर किया जा सके।
आप विधायकों द्वारा एक के बाद एक प्रधानमंत्री पर आरोप लगाने के बाद भाजपा विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया। विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने विधानसभा परिसर में एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि आप विधायक प्रस्ताव पर बहस के दौरान "पाकिस्तान" की भाषा बोल रहे थे। उन्होंने कहा, "जिस मामले को विधानसभा नहीं उठा सकती थी, उस पर नियमों के खिलाफ चर्चा की गई। हम इसके खिलाफ उचित मंच पर शिकायत दर्ज कराएंगे।"
इससे पहले, बहस के खिलाफ भाजपा विधायकों के विरोध के कारण सदन को दो बार स्थगित करना पड़ा था। अध्यक्ष राम निवास गोयल ने फैसला सुनाते हुए बहस में भाग लेने वाले सदस्यों से प्रधानमंत्री का नाम नहीं लेने को कहा।