केरल के पालक्कड़ जिले में गर्भवती हथिनी की दर्दनाक मौत को लेकर पूरे देश में आक्रोश है। समाज के हर तबके ने घटना पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। इस बीच गुरुवार को केरल के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने ट्वीट कर कहा है कि हत्या में तीन संदिग्धों के खिलाफ जांच हो रही है। वन विभाग और पुलिस मिलकर इसकी जांच कर रहे हैं। केरल सरकार हर कदम उठाएगी जिससे आरोपियों को सख्त सजा मिल सके।
मुख्यमंत्री विजयन ने कुछ अपवादों को भी उठाया, जिसमें कुछ केंद्रीय मंत्रियों और दिल्ली के कुछ अन्य नेताओं ने हथिनी की हत्या को एक अलग रंग दिया। उन्होंने कहा कि यह घटना मलप्पुरम जिले में नहीं पलाक्कड़ जिले में हुई, जैसा कि इन नेताओं ने कहा।
सीएम ने लगाया ये आरोप
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें लगता है कि कुछ लोग इस बहाने केरल के खिलाफ हेट कैंपेन चला रहे हैं। यह मलप्पुरम जिले और केरल को नीचा दिखाने का एक उद्देश्यपूर्ण प्रयास है। यह बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। पर्यावरण मनुष्य, पेड़, नदियों और जानवरों से मिलकर बना है। यह मानव और पशु का विवाद है लेकिन हम सभी इसे सबसे निचले स्तर पर लाने की दिशा में काम कर रहे हैं। लेकिन अगर कोई भी हेट फैलाने की कोशिश करता है, तो इसे हल्के में नहीं लिया जाएगा। इंसानों और जंगली जानवरों के बीच तालमेल बिठाने के लिए भी सरकार कदम उठाएगी।
विजयन भाजपा नेता मेनका गांधी द्वारा की गई कड़ी टिप्पणी का जवाब दे रहे थे, जब उन्होंने कहा कि "मलप्पुरम विशेष रूप से जानवरों के संबंध में अपनी गहन आपराधिक गतिविधि के लिए जाना जाता है। किसी भी शिकारी या वन्यजीव हत्यारे के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं।
साइलेंट वैली में रह रही थी हथिनी
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने ट्वीट किया, "मैंने पहले ही राज्य सरकार के समक्ष अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए मामले को उठाया है। केरल सरकार इस घृणित कार्य के लिए जिम्मेदार लोगों पर पर्याप्त कड़ी कार्रवाई कर रही है।" मामले में दो लोगों को हिरासतम लिया गया है, जांच की प्रगति पर वन अधिकारी चुप हैं। हथिनी पालक्कड़ जिले के साइलेंट वैली नेशनल पार्क में रह रही थी। स्थानीय मनारकाडु पुलिस स्टेशन ने बुधवार को घटना में एक मामला दर्ज किया। पुलिस उप निरीक्षक टी.के. रामचंद्रन ने कहा कि वन विभाग और पुलिस घटना की जांच कर रहे हैं और हम इस अपराध के पीछे के खलनायकों को खोजने में जुटे हैं।
केंद्र ने मांगी रिपोर्ट
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने बुधवार को कहा कि केंद्र ने इस पर एक समग्र रिपोर्ट मांगी है और आश्वस्त किया कि घटना में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा, 'पटाखा खिलाकर जान लेना, भारतीय संस्कृति नहीं है। हम गहराई से जांच कराने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे और अपराधियों को पकड़ेंगे।'
बता दें कि केरल के साइलेंट वैली फॉरेस्ट में 15 वर्षीय एक गर्भवती हथिनी को कुछ शरारती तत्वों ने अनानास में विस्फोटक खिला दिया जिससे हथिनी के मुंह में पटाखे से भरा अनानास फट गया। हथिनी के सारे मसूड़े बुरी तरह फट गए और वह खा भी नहीं पा रही थी। कुछ समय के बाद हथिनी की मौत हो गई. मुख्य वन्यजीव वार्डन सुरेंद्र कुमार का कहना है कि माना जा रहा है कि पटाखा हथिनी को मारने के इरादे से ही खिलाया गया था।