अभी दरभंगा में चड्ढा एंड चड्ढा कंपनी के दो इंजीनियरों की हत्या का मामला पूरी तरह सुलझा भी नहीं था कि बिहार में पिछले 24 घंटों में और एक और इंजीनियर तथा एक कारोबारी की हत्या कर दी गई जबकि बड़ी लूट की भी दो घटनाएं सामने आई हैं। ऐसा लग रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पुलिस अधिकारियों को सख्ती बरतने का निर्देश अपराधियों पर बेअसर रहा है।
बेखौफ अपराधियों ने वैशाली जिले में एक इंजीनियर की चाकू गोदकर हत्या कर दी है। सोमवार सुबह वैशाली के चकवीवी गांव के पास अंकित झा नाम के इंजीनियर का शव बरामद किया गया। अंकित की गला रेतकर हत्या की गई है। अंकित रिलायंस कंपनी के उत्तर बिहार के चीफ क्वालिटी इंजीनियर थे और वैशाली के बिदुपुर इलाके में कंपनी के ऑप्टिकल फाइबर के काम की निगरानी कर रहे थे। अंकित के हत्या की वजह अभी पता नहीं चली है। हत्या की दूसरी वारदात राज्य के मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर इलाके में हुई जहां एक कारोबारी संतोष कुमार चौधरी की हत्या कर दी गई। चार अपराधियों ने सरेआम गोली मार कर चौधरी की हत्या की और फिर आराम से हथियार लहराते हुए वहां से भाग निकले। पुलिस ने जब इनका पीछा किया तो पुलिस पर भी बम से हमला किया गया। यह घटना अपराधियों के बेखौफ रवैये को दिखाती है। इन दोनों हत्याओं के अलावा कटिहार और समस्तीपुर से करीब 20 लाख रुपये की लूट की घटनाएं भी सोमवार को हुई हैं।
बिहार में जदयू, राजद और कांग्रेस की गठबंधन सरकार बनने के बाद अपराध का ग्राफ तेजी से आगे बढ़ा है। अपराधी पुलिस पर हमला करने में भी नहीं चूक रहे हैं। दरभंगा में तो एएसपी की चाकू मारकर हत्या तक की जा चुकी है। इसके अलावा वैशाली में दो गुटों के झगड़े में पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या कर दी गई। छोटी मोटी घटनाओं की तो कोई गिनती ही नहीं है। जाहिर है कि अगर नीतीश कुमार अब भी नहीं जागे तो कानून व्यवस्था के मुद्दे पर ही राज्य में विकास के काम में जुटी कंपनियां काम बंद कर निकल जाएंगी। यह स्थिति राज्य के लिए निश्चित रूप से नुकसानदेह होगी।