अपोलो अस्पताल के मेडिकल सेवा की निदेशक डॉक्टर एन. सत्यभामा ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, माननीय मुख्यमंत्री बातचीत कर रही हैं और स्वास्थ्य सुधर रहा है। उन्होंने कहा कि जयललिता के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जा रही है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है। इस बीच अन्नाद्रमुक प्रवक्ता सीआर सरस्वती ने कहा कि जयललिता जल्दी ही घर वापस लौटेंगी। उन्होंने पीटीआई को बताया, अम्मा जल्दी घर लौटेंगी। अम्मा बिल्कुल ठीक हैं। वह होश में हैं। वह बात कर रही हैं।
उधर, तमिलनाडु के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने जयललिता की सेहत के बारे में कथित तौर पर अफवाहें फैलाने को लेकर अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए आज उच्चतम न्यायालय का रूख किया। केआर ट्रैफिक रामासामी ने अपनी याचिका में मांग की है कि उन आठ लोगों को रिहा किया जाए जिनको जयललिता की सेहत की स्थिति को लेकर कथित तौर पर अफवाहें फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जयललिता का चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल में पिछले एक महीने से उपचार चल रहा है।
न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस याचिका पर 24 अक्टूबर को सुनवाई करने पर सहमति जताई। रामासामी के वकील जी.एस. मणि ने शीर्ष अदालत से आग्रह किया था कि वह इस मामले में तत्काल सुनवाई करे।
अपने आवेदन में रामासामी ने दावा किया है कि तमिलनाडु सरकार की कथित तौर पर आलोचना करने को लेकर आठ लोगों को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत गैरकानूनी ढंग से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अपने राज्य पुलिस द्वारा अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने की भी मांग की है। उधर, प्रधान न्यायाधीश टी.एस. ठाकुर की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की पीठ ने मद्रास उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ दायर उस अपील को खारिज कर दिया जिसमें रामासामी ने मुख्यमंत्री की सेहत के बारे में सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। (एजेंसी)