पटना राजकीय रेल पुलिस अधीक्षक प्रकाश नाथ मिश्र ने बताया कि राजधानी एक्सप्रेस में गत रविवार को एक दंपति के साथ दुर्व्यवहार मामले में पूछताछ के लिए आज फिर बुलाए गए विधायक सरफराज आलम, उनके अंगरक्षक तथा निजी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में सरफराज को 20-20 हजार रूपये के दो निजी मुचलकों पर सशर्त जमानत दे दी गई है। उन्होंने बताया कि जिन पांच शर्तों पर पटना रेलवे स्टेशन राजकीय रेल थाना द्वारा जमानत दी गई उनमें पासपोर्ट जमा करने के साथ मामले की जांच तक देश के बाहर नहीं जाने की भी शर्तें शामिल हैं। मिश्र ने बताया कि अन्य शर्तों में विधायक से आरोपी दंपति से नहीं मिलने और उन पर कोई दबाव नहीं बनाने एवं जांच में सहयोग करने और बाद में अदालत से नियमित जमानत लेने की शर्तें शामिल हैं।
विधायक सरफराज के वकील एसपीके मंगलम द्वारा सीआरपीसी की धारा 41 के तहत दलील पेश करते हुए कहा कि विधायक को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। बिहार के अररिया जिला के जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक निर्वाचित सरफराज से कल पुलिस ने चार घंटे पूछताछ करने के बाद स्वास्थ्य कारणों से घर जाने की अनुमति प्रदान कर दी थी। गत 17 जनवरी को डिब्रुगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में सफर करने के दौरान एक दंपति के साथ दुर्व्यवहार के आरोपी राजद सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के पुत्र सरफराज ने पुलिस पूछताछ के दौरान यह स्वीकारा कि उन्होंने उक्त ट्रेन से यात्रा की थी, पर विधायक ने दावा किया कि उन्होंने दंपति के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया था। सरफराज पूर्व में उक्त ट्रेन से सफर करने की बात से इंकार कर रहे थे।
इस मामले को लेकर जदयू ने विधायक को कल ही पार्टी से निलंबित कर दिया था। नीतीश कुमार ने राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में अपनी पार्टी के विधायक सरफराज आलम द्वारा एक दंपति के साथ दुर्व्यवहार की घटना की चर्चा करते हुए आज कहा कि इस मामले में पार्टी ने तथ्यों की जानकारी ली और तुरंत निर्णय लेते हुए विधायक को निलंबित कर दिया। जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती के अवसर पर पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा, हमारी सरकार मानती है कि कानून की नजर में सभी समान हैं। किसी भी दोषी को गुनाह के लिए बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई भी हो। गुनाह करने वालों को बचाने की कोई कोशिश नहीं होती है बल्कि सरकार उन्हें कानून के मुताबिक सख्त सजा दिलाने का काम करती है। पुलिस अपना काम कर रही है। नीतीश ने यह भी कहा कि जो पुलिस अधिकारी काम में शिथिलता या लापरवाही बरतेंगे, उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने भाजपा और उसके सहयोगी दलों की ओर इशारा करते हुए कहा कि सरकार के इन प्रयासों के बावजूद कुछ लोग जंगलराज की आधारहीन बात करते हैं। यहां जंगलराज नहीं बल्क कानून का राज है।