कांग्रेस नेतृत्व झारखंड में कांग्रेस को और सशक्त बनाने की तैयारी में लगा है। वहीं, जिलों में अलग-अलग नजारे दिख रहे हैं। कहीं मंच पर जगह नहीं मिली तो बैठने के लिए मार तो कहीं किसान रैली के लिए भीड़ जुटाने के लिए 'लैला मैं लैला की धुन पर ठुमके लगे।
सरायकेला खरसावां जिला के कुकड़ू प्रखंड में 18 फरवरी को केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस की जनाक्रोश रैली में 'लैला मैं लैला' की धुन पर ठुमके लगे। भाजपा कब चूकती। भाजपा प्रवक्ता और बहरागोड़ा से पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी ने ट्विट किया कि इटली की हवा में डांस है साहिब। हवा को तो रोक लोगे लेकिन डांस को कैसे रोकोगे। अखिल भारतीय कांग्रेस, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और सरयू राय को टैग करते हुए षाडंगी ने लिखा कि कांग्रेस की किसानों से इस बेपनाह मोहब्बत को देखकर आंखों में आंसू आ गये। 18 फरवरी को कुकड़ू में आयोजित जनाक्रोश रैली का नजारा है। साथ में उन्होंने डांस का वीडियो भी अपलोड किया है। बताते हैं कि डांस के बाद मंच पर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम, पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शकील अहमद अंसारी भी शामिल हुए।
गिरिडीह में शुक्रवार को जिला कांग्रेस के नये भवन के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मंच पर कुर्सी पाने को लेकर प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव और प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी के सामने ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में मार फंस गयी। प्रदेश अध्यक्ष व कार्यकारी अध्यक्ष के अनुरोध को अनसुना कर अनेक कार्यकर्ता मंच पर ही बैठ गये तो अनेक कार्यक्रम स्थल पर ही विरोध प्रदर्शन करते रहे। दरअसल इस मौके पर मंच पर नगर कांग्रेस अध्यक्ष महमूल अली खान की कुर्सी नहीं लगी थी, पूर्व सांसद तिलकधारी सिंह का शिलापट्ट पर नाम नहीं था। बस कार्यक्रम शुरू होने के पहले ही बवाल शुरू हो गया। कुर्सियां भी चल गईं।